जयपुर. मध्यप्रदेश से जयपुर पहुंचे कांग्रेस विधायकों को दो रिसॉर्ट में ठहराया गया है। दोनों रिसॉर्ट जयपुर-दिल्ली हाइवे पर स्थित है, जिसमें से ब्यूना विस्टा रिसॉर्ट मैन रोड से करीब चार किलोमीटर अंदर जाकर है। वहीं, ट्री हाउस रिसॉर्ट में भी मैन दरवाजे से करीब 2 किलोमीटर अंदर जाकर विधायकों को ठहराया गया है। इस दौरान रिसॉर्ट के आसपास आने-जाने पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है।
दोनों रिसॉर्ट के बीच करीब 34 किलोमीटर की दूरी
जयपुर एयरपोर्ट से ब्यूना विस्टा रिसॉर्ट करीब 25 किलोमीटर दूर है। वहीं, ट्री हाउस रिसॉर्ट करीब 59 किलोमीटर दूर है। दोनो ही रिसॉर्ट की बीच भी करीब 34 किलोमीटर की दूरी है। अब ये दोनों रिसॉर्ट मध्यप्रदेश कांग्रेस के एपिक सेंटर बन चुके हैं। जानकारी अनुसार, सबसे पहले करीब 4.00 बजे दो बसें ब्यूना विस्टा रिसॉर्ट पहुंची। खुद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत रिजॉर्ट में मौजूद रहे। इस दौरान गहलोत मंत्री और विधायकों के साथ चर्चा करते नजर आए।
38 एमएलए ट्री हाउस रिसॉर्ट पहुंचे
4.16 बजे सज्जन सिंह समेत 38 एमएलए को ब्यूना विस्टा से 34 किलोमीटर दूर ट्री हाउस रिसॉर्ट में ठहराया गया है। 4.39 राजस्थान सरकार में मुख्य सचेतक महेश जोशी ट्री हाउस रिसॉर्ट पहुंचे। प्रताप सिंह खाचरियावास भी साथ में मौजूद रहे। इस दौरान महेश जोशी ने कहा कि सभी विधायकों की लिस्टिंग की जा रही है। आंकड़ा 90 से ऊपर ही है। शाम को करीब 5 बजे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी दूसरे रिसॉर्ट ट्री हाउस पहुंचे। उनके साथ कई मंत्री और विधायक भी मौजूद रहे।
दोनों रिसॉर्ट में हर लग्जरी सुविधा
दोनों रिसॉर्ट में दूर-दूर सिर्फ रेत के टीले नजर आते हैं। यहां आसपास कोई गांव भी नहीं है। ब्यूना विस्टा का एक कमरा एक दिन के लिए करीब 19 से 21 हजार रुपए में मिलता है। यह रिसॉर्ट राजस्थान हैरिटेज स्टाइल में बना है।वहीं, ट्री हाउस रिसॉर्ट में कम से कम 10 हजार रुपए किराया है। इसमें कुछ कमरे पेड़ों पर बनाए गए हैं। इसमें गोल्फ से लेकर टेनिस खेलने की भी व्यवस्था है। विधायकों के चलते दोनों होटलों को आम लोगों के लिए बंद कर दिया गया है। वहीं, दूसरी बुकिंग भी कैंसिल कर दी गई हैं।
कांग्रेस के लिए लकी है ब्यूना विस्टा रिसॉर्ट
राजस्थान के नेताओं की माने तो कांग्रेस के लिए ब्यूना विस्टा रिसॉर्ट लकी है। इसलिए हर बार इसी में व्यवस्था करवाई जाती है। इससे पहले महाराष्ट्र में हुए घमासान में भी इसी रिसॉर्ट में 40 विधायकों को रखा गया था। जिसके बाद सरकार बनाई गई।
मुख्य सचेतक महेश जोशी संभाल रहे कमान
पिछली बार भी विधायक की सभी जिम्मेदारी मुख्य सचेतक महेश जोशी को सौंपी गई थी। इस बार भी मध्यप्रदेश के विधायकों की राजस्थान में कमान महेश जोशी ने ही संभाल रखी है। वहीं, सबसे पहले आज सुबह एयरपोर्ट पहुंचे। सभी की रिसॉर्ट में रहने की व्यवस्था करवाई, जिसके बाद सबसे पहले महेश जोशी ही ट्री हाउस के विधायकों से भी मिलने पहुंचे।