आरजेडी वर्करों को सता रहा डर, कहीं लालू यादव को ना हो जाए कोरोना वायरस का संक्रमण, बदले जा सकते हैं वार्ड


 रांची
कोरोना संकट के बीच भ्रष्टाचार के मामले में सजा काट रहे राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव का अस्पताल में वार्ड बदला जा सकता है। तबीयत खराब होने की वजह से जेल से से रिम्स में शिफ्ट किए गए लालू यादव की सेहत को लेकर आरजेडी कार्यकर्ता और उनके शुभचिंतक परेशान हैं। रिम्स के पेइंग वार्ड में साजायाफ्ता आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को लेकर उनके शुभचिंतक और पार्टी कार्यकर्ताओं को अब कोरोना संक्रमण का भय सता रहा है। पार्टी कार्यकर्ता चाहते हैं कि लालू यादव को रिम्स में ही दूसरे वार्ड में शिफ्ट कर दिया जाए। हालांकि लालू यादव के वकील ने बताया कि उनकी तरफ से ना तो परोल और ना ही लालू यादव का वार्ड बदलने का कोई आवेदन दिया गया है।
झारखंड में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार इजाफा होते देख आरजेडी नेताओं की ओर से आशंका जताई जा रही है कि रांची के रिम्स में भर्ती लालू प्रसाद यादव की सेहत को खतरा हो सकता है। इसलिए लालू प्रसाद यादव को किसी दूसरे वार्ड में शिफ्ट कर दोना चाहिए। लालू प्रसाद के शुभचिंतको का कहना है कि आरजेडी सुप्रीमों जिस वार्ड में रह रहे हैं, उसी के नजदीक में कोरोना सेंटर भी बनाया गया है। ऐसे में लालू यादव भी संक्रमित न हो जाएं इसकी चिंता अब उनके प्रशंसक और उनके परिजनों को सताने लगी है।


क्या कहना है लालू यादव के अधिवक्ता का
आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के वकील प्रभात कुमार ने नवभारत टाइम्स.काम को बताया कि उनकी तरफ से ना तो परोल और ना ही लालू प्रसाद के वार्ड को बदलने का कोई आवेदन दिया गया है। उनके मुताबिक कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए लालू प्रसाद से किसी को भी मुलाकात करने की अनुमति अभी नहीं दी जा रही है।


उन्होंने बताया कि लालू प्रसाद यादव जिस पेइंग वार्ड में हैं उससे करीब पचास-साठ मीटर दूर, सड़क की दूसरी ओर स्थित एक भवन में कोरोना संक्रमित मरीज का इलाज किया जा रहा है। अधिवक्ता प्रभात कुमार ने यह भी बताया कि आरजेडी सुप्रीमों जिस वार्ड में है उसके उपर वाले फ्लोर पर, कोरोना संक्रमित या संदिग्ध का इलाज करने वाले डॉक्टर और अन्य मेडिकल स्टॉप के लिए आइसोलेशन वार्ड या क्वारंटीन सेंटर बनाया गया है।