भीलवाड़ा. शनिवार को कोरोना से ठीक हुए 9 व्यक्तियों को किया डिस्चार्ज किया गया। ये लोग लगातार तीन जांच निगेटिव होने के बाद वायरस फ्री घोषित किए गए। जिसके बाद कलक्टर ने डिस्चार्ज टिकट दे सभी को विदा किया। अब डिस्चार्ज हुए लोग 14 दिन अपने घर में क्वारैंटाइन में रहेंगे। गौरतलब है कि सभी एमजी अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती थे। अब भीलवाड़ा में 28 में सिर्फ दो रोगी बचे हैं।
डॉक्टर ने बताया कि एमजी अस्पताल में आए 28 मरीजों में से चार को जयपुर भेज दिया गया था। दो की मौत हो गई। 20 मरीजों को डिस्चार्ज किया जा चुका है। एक पेशेंन्ट निगेटिव है जो फिल्हाल जनरल वार्ड में भर्ती है। एक पॉजिटिव है जो आइसोलेशन में है।
पॉजिटिव केस में भीलवाड़ा प्रदेश में चौथे नंबर पर आया
रिकॉर्ड के अनुसार अब भीलवाड़ा कोरोना पॉजिटिव केस की संख्या के मामले में प्रदेश में चौथे स्थान पर आ गया है। सबसे ज्यादा 183 पॉजिटिव मरीजों के साथ जयपुर पहले, 42 संख्या के साथ जोधपुर दूसरे और 31 की संख्या के साथ झुंझूनूं तीसरे स्थान पर है। भीलवाड़ा में अब तक 28 पॉजिटिव केस आ चुके हैं।
शहर में होम आइसोलेशन में रह रहे 320 लोगों पर अब सरकारी कर्मचारी निगरानी रखेंगे। इसके लिए भीलवाड़ा एसडीएम ने सभी 320 लोगों के घरों पर तीन-तीन कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई है। इन सभी कर्मचारियाें काे आठ-आठ घंटे तक संबंधित व्यक्ति के घर पर ड्यूटी देनी हाेगी और उन पर निगरनी रखनी हाेगी। कहीं ये लाेग घराें से बाहर ताे नहीं निकल रहे हैं। सुबह छह से दाेपहर दाे बजे, दाेपहर दाे से रात 10 बजे और रात 10 से सुबह छह बजे की तीन पारियाें में हर पारी में अलग-अलग कर्मचारी की ड्यूटी लगाई गई है। इन कर्मचारियाें में अधिकांश शिक्षक हैं।
सरकारी शिक्षक है आखिरी बचा पीड़ित, कोई ट्रैवल हिस्ट्री भी नहीं
अब जो व्यक्ति पॉजिटिव बचा है वह बापूनगर ए सेक्टर में रहता है। बेगूं क्षेत्र के सादी गांव के सरकारी स्कूल में शिक्षक (47) हैं। जानकारों के अनुसार शिक्षक को पिछले कुछ दिन से खांसी-जुकाम था। वह कुछ दिनों पहले बापूनगर डिस्पेंसरी में चैकअप कराने गया था लेकिन तबीयत में सुधार नहीं होने पर एक-दो दिन पहले उसने एमजी हॉस्पिटल जाकर सैंपल दिया था। जो पॉजिटिव निकला।