दिल्ली सीएम ने कहा कि न कोरोना धर्म देखकर होगा और न प्लाज्मा धर्म देखकर बचाएगा


नई दिल्ली
कोरोना धर्म देखकर नहीं होता और प्लाज्मा भी धर्म देखकर जान नहीं बचाएगा। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कोरोना वायरस और लॉकडाउन पर बात करते हुए यह कहा। उन्होंने बताया कि कोरोना लॉकडाउन फिलहाल दिल्ली में 3 मई तक लागू रहेगा बस उन्हीं दुकानों को छूट होगी जिन्हें केंद्र सरकार ने दी है। उन्होंने बताया कि लॉकडाउन आगे बढ़ाने पर फैसला बाद में लिया जाएगा। केजरीवाल ने यहां प्लाज्मा थेरपी पर बात करते हुए कहा कि यह धर्म देखकर किसी की जान नहीं बचाएगा, इसलिए सबको एकजुट रहकर कोरोना से लड़ाई लड़नी है।


केजरीवाल ने कहा, 'हर धर्म के लोग प्लाज्मा देकर एक दूसरे की जान बचाना चाहते हैं। मेरे मन में विचार आया कि हो सकता है कि किसी मुसलमान का प्लाज्मा हिंदू की जान बचाए। हो सकता है किसी हिंदू का प्लाज्मा मुसलमान की जान बचाए। भगवान ने जब धरती बनाई थी तब इंसान बनाए थे। सबकी दो आंख दी, एक जैसा शरीर दिया। खून भी सबका लाल है। उन्होंने (भगवान) कोई दीवार पैदा नहीं की। ये सब हमने की है। लेकिन ध्यान रहे कि कोरोना होता है तो सबको होता है। इसी तरह प्लाज्मा धर्म देखकर नहीं बचाएगा। 


केजरीवाल ने आगे कहा कि अगर हमारे देश के सब लोग मिलकर एक साथ रहेंगे तो हमें (देश) को कोई नहीं हरा सकेगा। उन्होंने कहा अगर ऐसा हुआ तो दुनिया को हमारे सामने झुकना होगा। केजरीवाल ने इससे पहले बताया कि प्लाज्मा थेरपी के नतीजे अबतक अच्छे हैं। एक आईसीयू में भर्ती मरीज जल्द डिस्चार्ज हो सकता है।

केंद्र के आदेश के मुताबिक खुलेंगी दुकानें
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बताया कि दिल्ली में किसी तरह की अतिरिक्त छूट अभी नहीं दी जाएगी। बस केंद्र सरकार के ऑर्डर के मुताबिक दुकानें खुलेंगी। उन्होंने बताया कि हॉटस्पॉट एरिया में दुकान नहीं खुलेगी। मार्केट, मॉल्स आदि भी बंद ही रहेंगे। लॉकडाउन को क्या आगे बढ़ाया जाएगा? इस सवाल पर केजरीवाल ने कहा कि यह फैसला केंद्र सरकार के फैसले के बाद लिया जाएगा कि वे 3 मई के बाद क्या करते हैं।

बेहतर रहा यह हफ्ता
केजरीवाल ने बताया कि कोरोना के सातवें हफ्ते में 850 केस आए थे और 21 की जान गई थी। वहीं आठवें हफ्ते में 622 केस आए और 9 लोगों की जान गई। वहीं सातवें हफ्ते में 260 लोग ठीक हुए थे वहीं 8वें हफ्ते में 580 लोग ठीक हुए। इस लिहाज से इस हफ्ते स्थिति बेहतर रही।