J&K: कोरोना संदिग्ध की जांच के लिए पहुंची टीम को बनाया बंधक, छुड़ाने पहुंची पुलिस पर भी पत्थरबाजी


श्रीनगर
जम्मू-कश्मीर में कोरोना के एक संदिग्ध मरीज की जांच के लिए पहुंची चिकित्सकों की टीम को कुछ स्थानीय लोगों ने एक घर में बंधक बना लिया। मध्य कश्मीर के बडगाम में चिकित्सकों का एक दल एक गांव में मौजूद कोरोना के संदिग्ध मरीज की जांच के लिए पहुंचा था। इस दौरान नाराज हुए ग्रामीणों ने इन्हें एक मकान में बंधक बना लिया। इतना ही नहीं इन्हें बचाने के लिए पहुंची (Jammu and Kashmir Police) पुलिस टीम पर भी उपद्रवियों ने जमकर पत्थरबाजी की।
जम्मू-कश्मीर पुलिस के अनुसार, स्वास्थ्य विभाग को बडगाम के वथपोरा गांव में एक शख्स में कोरोना (Coronavirus) से संक्रमित होने की सूचना मिली थी। इस सूचना के बाद डॉक्टरों के एक दल को यहां मरीज की चिकित्सकीय जांच के लिए भेजा गया। स्थानीय लोग इससे नाराज हो गए और डॉक्टरों को शेखपोरा के एक मकान में बंदी बना लिया।


पुलिस पर पत्थरबाजी, तीन जवान घायल
कुछ स्थानीय लोगों की सूचना पर पुलिस इन चिकित्सकों को छुड़ाने के लिए यहां पर पहुंची। इसके बाद उपद्रवियों ने इन लोगों पर पत्थरबाजी शुरू कर दी। इस घटना में तीन पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस ने बताया कि इस घटना में फंसी मेडिकल टीम को रेस्क्यू कर लिया गया है। इसके अलावा इन्हें बंधक बनाने वालों और पत्थरबाजी में शामिल कई लोगों पर आईपीसी की संबंधित धाराओं में केस दर्ज किए गए हैं।


मुश्किल में चिकित्सकों की जिंदगी
कोरोना के खिलाफ जंग में सबसे आगे खड़े डॉक्टर्स-नर्स किन मुश्किलों का सामना कर रहे हैं वह पता चल रहा है। राजधानी दिल्ली में 35 हेल्थकेयर वर्कर (ज्यादातर डॉक्टर और नर्स) कोरोना की चपेट में हैं। उनके संपर्क में आए 300 लोग क्वारंटीन में रखे गए हैं। ऐसा ही हाल मुंबई का है। वहां 90 हेल्थकेयर वर्कर को इंफेक्शन मिला। राजस्थान की कहानी भी ऐसी ही है। वहां 22 हेल्थकेयर वर्कर कोरोना पॉजिटिव हैं। मध्य प्रदेश में तो कोरोना की वजह से दो डॉक्टर्स की जान ही चली गई।