जयपुर परकोटे का अजमेरी गेट दरवाजा। जिसे शहर की सुरक्षा के लिए बनाया गया था। आज कोरोना से बचाव के लिए बंद कर दिया गया।
जयपुर. शहर के कोरोना पॉजिटिव का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। सोमवार को भी शहर में 20 नए संक्रमित लोग सामने आए। जो सभी रामगंज क्षेत्र से संबंधित हैं। जिसके बाद जयपुर में कुल संक्रमितों का आकड़ा 363 पहुंच गया। इनमें से 300 से ज्यादा संक्रमित रामगंज और उससे सटे इलाकों के हैं। वहीं सालों बाद चारदिवारी के अजमेरी गेट के दरवाजे बंद कर दिए गए। अधिकारियों का कहना है कि लोगों की आवाजाही को रोकने के लिए ऐसा किया गया है। बता दें कि जयपुर चारदीवारी में कुल 14 गेट हैं।
इससे पहले रविवार को जयपुर में 40 नए मरीज सामने आए। जिसमें एसएमएस अस्पताल में चित्रकूट निवासी एक नर्स और गणगौरी अस्पताल का रेडियोग्राफर भी शामिल है। वहीं एक 13 साल की बच्ची की भी मौत हो गई।
आखिरी वक्त बच्ची का चेहरा तक नहीं देखा, अपनों का भला चाहते हैं तो घर में रहें
ईदगाह निवासी 13 साल की मासूम की मौत के बाद उसके पिता चेहरा तक नहीं देख पाए। नगर निगम की टीम के साथ बच्ची का शव घाटगेट स्थित कब्रिस्तान में दफनाने के बाद बोले- बेटी फिरोजाबाद में नानी के यहां रहती थी। आगरा के डॉक्टरों ने बचने की उम्मीद कम बताई और जयपुर रैफर कर दिया। हम सोच रहे थे बच्ची को जो बीमारी थी उसी से मौत हुई लेकिन कोरोना का पता चलते ही आंखों के सामने अंधेरा छा गया। आखिरी वक्त पर मैं अपनी फूल सी बच्ची का चेहरा भी नहीं देख सका।
दो पुलिस थानों के कांस्टेबल व हेडकांस्टेबल भी कोरोना संक्रमित
25 मार्च को ओमाना से जयपुर आए रामगंज निवासी एक व्यक्ति के पॉजिटिव आने पर 27 मार्च को पहली बार रामगंज सहित परकोटे के सात थाना इलाकों में कर्फ्यू लगाया गया था। इसके बाद चार दिन पहले लालकोठी, खोहनागोरियान, आदर्श नगर इलाके में भी कर्फ्यू लगाया गया है। इसी बीच पुलिस विभाग के माणकचौक थाने के एक पुलिस कांस्टेबल में कोरोना संक्रमित होने का मामला शुक्रवार को सामने आया था। इसके बाद ही शनिवार को भी जयपुर पुलिस कमिश्नरेट के नार्थ जिले में रामगंज थाने के एक हेडकांस्टेबल और उनके संपर्क में आने से बेटे के भी कोरोना संक्रमित होने का मामला सामने आया है
जयपुर में तीन मार्च को सामने आया था पहला केस
राजस्थान में कोरोना संक्रमण का पहला केस तीन मार्च को जयपुर में इटली के नागरिक में सामने आया था। इसके बाद उसकी पत्नी भी पॉजिटिव पाई गई थी। 31 मार्च तक ये आंकड़ा कुल 93 पर पहुंचा था। इसके बाद सिर्फ तीन दिन में 4 अप्रैल को 200 के पार पहुंच गया। वहीं, दो दिन बाद ही 6 अप्रैल को कुल संक्रमित लोगों की संख्या 300 के पार हो गई। 9 अप्रैल को एक साथ 80 केस आने से ये आंकड़ा 450 के पार पहुंचा। इसके बाद रविवार तक आंकड़ा 750 के पार पहुंच गया। जो सोमवार तक 847 पर पहुंच गया।