भरतपुर/धौलपुर. जयपुर. राजस्थान के भरतपुर और धोलपुर में गुरुवार को दो नए केस सामने आए। दोनों ही दिल्ली में तब्लीगी जमात की मरकज में शामिल हुए थे। जिसमें बाद अपने-अपने गांव पहुंचे। पॉजिटिव आने के बाद दोनों को आइसोलेट कर दिया गया है। वहीं इनके परिवार को भी होम क्वारैंटाइन में रखा गया है। जिसके साथ धौलपुर की राठौड़ कॉलोनी में पॉजिटिव पाए गए व्यक्ति के घर के एक किलोमीटर के दायरे में कर्फ्यू लगा दिया गया है।
धौलपुर: आगरा से रिश्तेदार की बच्ची को लेकर पहुंचा
जानकारी अनुसार धौलपुर का 26 साल का व्यक्ति दिल्ली में मकजक में शामिल हुआ था। जिसके बाद दिल्ली से कई ट्रकों के जरिए आगरा पहुंचा। आगरा में कुछ दिन वो अपने एक रिश्तेदार के घर रुका। यहां रिश्तेदार की एक बच्ची को लेकर पांच दिन पहले ही धौलपुर आया था। जिसके बाद सुचना मिलने पर कल व्यक्ति के सैंपल लिए गए। जिसकी रिपोर्ट आज पॉजिटिव आई। पीड़ित को फिल्हाल धौलपुर अस्पताल में भी आइसोलेशन में रखा गया है। इसके साथ आई बच्ची भी आइसोलेशन में भर्ती है। जिसकी रिपोर्ट आन बाकी है।
वहीं व्यक्ति के परिवार में 11 लोग हैं। जो एक साथ रहते हैं। सभी को होम क्वारैंटाइन कर दिया गया है। इसके साथ उनके घर में 14 दिन के राशन की व्यवस्था भी की गई है। साथ ही एक टीम की ड्यूटी भी इस परिवार के साथ लगाई गई है। वहीं क्षेत्र के एक किलोमीटर के दायरे में कर्फ्यू लगा दिया गया है। बाहर निकलने पर सीधे गिरफ्तार की आदेश भी दिए गए हैं।
भरतपुर: दिल्ली से खड़गपुर फिर कोलकात्ता पहुंचा, फिर भरतपुर पहुंच कर पॉजिटिव मिला
इसके साथ भरतपुर जिले के कामां में जुरहेड़ी गांव में पॉजिटिव मिले व्यक्ति की ट्रैवल हिस्ट्री काफी लंबी है। ये व्यक्ति अपने गांव के 15 लोगों की जमात के साथ 5 दिसंबर को मरकज में शामिल होने दिल्ली गया था। जिसके बाद दिल्ली से सभी ट्रेन के जरिए खड़गपुर पहुंचे। जिसके बाद सभी पैदल घूमते रहे और कोलकाता पहुंचे। बताया जा रहा है कि इनकी 4 माह की जमात थी। जिसके बाद 28 मार्च को वापस दिल्ली पहुंचे। रास्ते बंद होने के कारण ये सभी लोग सब्जी के ट्रकों और दूसरी मदद के सहारे आगरा पहुंचे। जहां से 31 मार्च को वापस अपने गांव लौटे। जिसकी सूचना वहां रहने वाले कुछ लोगों ने प्रशासन को दी। जिसके बाद व्यक्ति पॉजिटिव पाया गया।
जानकारी अनुसार, इस व्यक्ति के परिवार में कुल 8 लोग हैं। जो गांव में ही रहते हैं। एक व्यक्ति के पॉजिटिव मिलने के बाद परिवार के लोगों को घर में ही क्वारैंटाइन किया गया है।