मुंबई
कोरोना से जंग के बीच मुंबई में ब्रैंड न्यू आइसोलेशन सुविधा तैयार की जाएगी जहां कोरोना मरीजों का इलाज किया जाएगा। इसे प्री इंजिनियर्ड बिल्डिंग (पीईबी) टेक्नॉलजी का इस्तेमाल करते हुए तीन महीनों में तैयार किया जाएगा। इसके लिए बीएमसी ने चीन से आइडिया लिया है जहां 10 दिन के अंदर 1000 बेड वाले अस्पताल तैयार किए गए थे। बीएमसी कस्तूरबा अस्पताल के परिसर के अंदर तीन मंजिला इमारत तैयार करेगी, जहां इस वक्त कोरोना मरीजों का इलाज चल रहा है।
पीईबी टेक्नॉलजी से बनेगी तीन मंजिला इमारत
कस्तूरबा अस्पताल के परिसर के अंदर तीन मंजिला बनाई जाएगी, जहां इस वक्त कोविड-19 के मरीजों का इलाज चल रहा है। इस आइसोलेशन फैसिलिटी को प्री इंजिनियर्ड बिल्डिंग (पीईबी) टेक्नॉलजी का इस्तेमाल करते हुए बनाया जाएगा। यानी इमारत के कुछ हिस्सों को एक फैक्ट्री में इंजिनियर्ड करके असेंबल्ड किया जाएगा। एक बार काम शुरू हो जाए तो बीएमसी को अगले तीन महीने में ग्राउंड प्लस दो मंजिला इमारत तैयार होने का अनुमान है।
चीन ने बनाए थे 10 दिन के अंदर दो अस्पताल
दरअसल पीईबी टेक्नीक का इस्तेमाल करते हुए ही चीन के वुहान में अथॉरिटी ने फरवरी महीने में दो अस्पताल तैयार किए थे। इन अस्पतालों को महज 10 दिन के अंदर बनाया गया था। 1 हजार बेड वाले दो अस्पतालों के अलावा चीन ने क्वारंटीन किए गए लोगों और मरीजों के इलाज के लिए अस्थायी रूप से 14 अतिरिक्त हेल्थ सेंटर्स भी बनाए थे। यहीं से बीएमसी को भी आइडिया मिला।
स्टेनलेस स्टील से तैयार होगा अस्पताल का स्ट्रक्चर
यह पहली बार होगा जब बीएमसी अस्पताल के निर्माण के लिए पीईबी टेक्नीक का इस्तमाल करेगी। एक वरिष्ठ निकाय अधिकारी ने बताया, 'पीईबी टेक्निक में लिंटेल लेवल तक निर्माण पारंपरिक होता है। इसके बाद पूरी बिल्डिंग को एक कास्टिंग यार्ड में बनाया जाता और उसे साइट पर लाकर नट-बोल्ड लगाकर फिट किया जाता है।' उन्होंने बताया कि यह स्ट्रक्चर स्टेनलेस स्टील से बनकर तैयार होता है। इस तरह का स्ट्रक्चरल कॉन्सेप्ट इंडस्ट्रिअल बिल्डिंग, मेट्रो स्टेशन और गोदाम बनाने में किया जाता है।
1 मई से शुरू हो सकता है काम
कस्तूरबा अस्पताल में बीएमसी जो आइसोलेशन सुविधा तैयार करेगा, उसमें 60 बेड होंगे। इसमें आईसीयू बेड, एक क्लीनिकल लैब और ड्रग स्टोर भी शामिल होंगे। शनिवार को बीएमसी में प्रॉजेक्ट पर चर्चा के लिए बैठक हुई। एक अधिकारी ने बताया कि इस हफ्ते डिजाइन तय किया जाएगा और 1 मई से इस पर काम शुरू होने की संभावना है।
60 बेड का अस्पताल तैयार होगा
बीएमसी के अपर नगर आयुक्त (स्वास्थ्य) सुरेश काकनी ने बताया, 'यह स्ट्रक्चर स्थायी सुविधा होगी और यह कोविड-19 मरीजों के लिए शहर का नया आइसोलेशन सेंटर होगा। इसके बाद इसे संक्रमित मरीजों के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। हमें उम्मीद है कि हम इसे रेकॉर्ड में बना लेंगे।' इस अस्पताल के वॉर्ड में 47 बेड, आईसीयू में 6 बेड और कमरों में 7 अलग बेड होंगे।
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