कोरोना वायरस की जड़ तक पहुंचने के लिए अब नाले का पानी टेस्ट कर रहे वैज्ञानिक


वॉशिंगटन
कोरोना वायरस पूरी दुनिया में लाखों लोगों की जान ले चुका है। इस बीच, इस पर नियंत्रण पाने के लिए वैज्ञानिक अलग-अलग उपायों की खोज में लगे हैं। अब वैज्ञानिक कोरोना के छिपे मामलों का पता लगाने के लिए सीवेज यानी नाले के गंदे पानी की जांच कर रहे हैं। वैज्ञानिकों ने यह कदम ऐसे समय पर उठाया है जब कोरोना वायरस महमारी का रूप ले चुका है और इसका इलाज नहीं मिल रहा है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, नाले के गंदे पानी की जांच से मिले डेटा से यह पता लगाया जा सकेगा कि कैसे कई लोगों में लक्षण नहीं होने के बावजूद वे कोरोना वायरस के संक्रमण के शिकार होते हैं। साथ ही, किस तरह वे दूसरों को भी इससे संक्रमित कर रहे हैं। इस शोध के लिए एमआईटी स्टार्टअप 'बिगोट' के साथ साझेदारी की गई है।


बताया गया है कि न्यू कैसल में पिछले सप्ताह इस तरह का शोध किया गया और अगले एक सप्ताह में इसके नतीजे आने की उम्मीद है। उन्होंने यह भी बताया कि इसकी मदद से हम वायरस के हॉटस्पॉट का भी पता लगा सकते हैं। बता दें कि दुनिया भर में कोरोना वायरस की वजह से दो लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी हैं। यह आंकड़ा दो लाख 7 हजार से भी ज्यादा हो चुका है। वहीं, 30 लाख 17 हजार से ज्यादा इससे संक्रमित हैं। दुनिया में सबसे ज्यादा प्रभावित देश अमेरिका में मृतकों की संख्या 56 हजार को पार कर गई है और नौ लाख 95 हजार से ज्यादा लोग संक्रमित हैं।