कोरोना वायरस ने ली 45 दिन के बच्चे की जान, भारत का सबसे छोटा मरीज


राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस का संक्रमण थमने का नाम नहीं ले रहा। इस वायरस के संक्रमण के शुरूआती दौर में ऐसा माना जा रहा था कि बच्चों को ये वायरस नुकसान नहीं पहुंचाता है क्योंकि उनका इम्यूनिटी सिस्टम मजबूत होता है लेकिन शनिवार को दिल्ली के कलावती सरन चिल्ड्रेन हॉस्पिटल में डेढ़ महीने के मासूम की मौत हो गई। ये बच्चा पूरे भारत में अब तक का सबसे कम उम्र का बच्चा था, जोकि कोरोना से संक्रमित था।
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बच्चे की मौत
अस्पताल के सूत्र के मुताबिक ये बच्चा एशिया में सबसे कम उम्र का बच्चा था जिसकी मौत हो गई। एक 10 महीने का बच्चा और भी कोरोना संक्रमित है जिसका इलाज इसी अस्पताल में चल रह है। तीन दिन पहले एक सीनियर डॉक्टर को भी कोरोना पॉजिटिव पाया गया। इसके अलावा एक और डॉक्टर, तीन नर्स और कुछ स्टाफ मेंबर्स का टेस्ट भी पॉजिटिव पाया गया है। ये सभी डॉक्टर बच्चों के इलाज में शामिल थे जिसकी मौत हो गई।


नर्सिंग स्टाफ भी चपेट में
अस्पताल के एक सीनियर डॉक्टर ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि अस्पताल में दो बच्चों को कोरोना पॉजिटिव था जिसमें से एक मौत हो गई और एक की हालात स्थिर बनी हुई है। उन्होंने बताया कि अस्पताल के 30 स्टाफ मेंबर्स का टेस्ट किया गया है जिसमें से काफी की रिपोर्ट निगेटिव है। कुछ और बच्चों को भी यहां भर्ती किया गया है जोकि इस वायरस से संक्रमित हैं। इन बच्चों को वेंटिलेटर पर रखा गया है।


गुजरात में हुई थी बच्चे की मौत
गुजरात के जामनगर में भी एक 14 महीने के बच्चे को कोरोना पॉजिटिव पाया गया था। इलाज के दौरान ही इस बच्चे की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि बच्चे के ज्यादातर अंगों ने काम करना बंद कर दिया था। जामनगर में ही 8 अप्रैल को एक और बच्चे की मौत हो गई। ये बच्चा एक प्रवासी मजदूर का था जिनकी कोई ट्रेवल हिस्ट्री भी नहीं थी। लोकल अथॉरिटी का कहना था कि जिस वक्त बच्चे को एडमिट किया गया वो क्रिटिकल कंडीशन में था। उन्होंने बताया कि दो दिन पहले ही बच्चे की टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी उसको तुरंत वेंटिलेटर पर रख दिया गया था लेकिन बाद में ज्यादातर अंगों ने काम करना बंद कर दिया था जिसकी वजह से उसकी मौत हो गई।