कुछ वायरस ऐसे भी... इनके बिना हमारा जीना मुश्किल


नई दिल्ली
वायरस भले दिन दिनों खौफ का दूसरा नाम बन चुका हो लेकिन यह वायरस मानव शरीर के लिए बहुत जरूरी भी है। मान लीजिए कि अगर वायरस न हो तो इंसान जिंदा भी न बचे। जी नहीं हम यहां कोरोना वायरस की बात नहीं कर रहे हैं। दुनियाभर में और बहुत तरह के वायरस मौजूद हैं, इनमें से कुछ हमारे शरीर में भी हैं। कई वैज्ञानिक शोधों में पाया गया है कि शरीर में वायरस पहले से मौजूद होते हैं और जरूरी रोल भी अदा करते हैं। कुछ का रोल हमारे पैदा होने से पहले ही शुरू हो जाता है।


पिछले कुछ सालों से वैज्ञानिक मानव शरीर के डीएनए पर शोध कर रहे हैं। उन्होंने पाया कि डीएनए में भी वायरस की वंशावली मौजूद है। मानव जीन में वायरस के करीब 1 लाख छोटे-छोटे कण मौजूद पाए गए हैं। कुछ शोधकर्ता तो यहां तक कहते हैं कि हम वायरस से ही कंट्रोल होनेवाले प्राणी हैं।


इसका एक उदाहरण देखिए। कुछ साल पहले 3 दिन के भ्रूण जिसमें कुल 8 कोशिकाएं थीं उसके अंदर माता-पिता की आनुवंशिक सामग्री के साथ-साथ HERVK भी था। ये पता नहीं कितने ही सालों से मानव शरीर के अंदर हैं। जोआना वायसक्का नाम के एक शोधकर्ता मानते हैं कि इन कोशिकाओं में वायरस के अंश मिले हैं जिन्हें वायरल प्रोटीन प्रॉडक्ट्स कहते हैं। उनका कहना है कि ये वायरस प्रोटीन बाकी वायरसों को भ्रूण में घुसकर नुकसान पहुंचाने से रोकता है। इसमें फ्लू आदि शामिल है। माना जाता है कि यह प्रोटीन वायरस ही नए वायरस जैसे कोरोना से नवजात बच्चों को बचाने में मदद भी करता होगा। 
मां से जोड़नेवाली नाल बनाते हैं वायरस
इससे पहले कुछ शोधकर्ता यह भी बता चुके हैं कि प्लासेंटा यानी मां और बच्चे को जोड़नेवाली नाल बनाने में वायरस का अहम रोल होता है। इसके साथ शोधकर्ता इसपर भी शोध में लगे हैं कि क्या त्वचा बनाने, हड्डियां निर्माण और बाकी कामों में भी वायरस का कोई रोल रहता है।