लॉकडाउन: न हो परेशानी...रोज चेक करती हैं 100 दुकानें, मिलिए प्रेगनेंट अफसर से


अहमदाबाद
कोरोना वायरस की लड़ाई में स्वास्थ्य कर्मचारियों के अलावा, सिविक ऑफिसर्स भी आगे हैं। लॉकडाउन का पालन कराने से लेकर लोगों को सुविधाएं मुहैया कराने के लिए ये अधिकारी कड़ी मेहनत कर रहे हैं। राजकोट की किंजन गनात्रा (28) भी एक ऐसी ही अधिकारी हैं,जिनके लिए ड्यूटी पहले है। किंजल छह महीने की गर्भवती हैं, इसके बावजूद वे बिना किसी डर और एहसान के फील्ड वर्क करके अपना फर्ज निभा रही हैं।
किंजल उन लोगों में से हैं, जो पुरस्कार की उम्मीद के बिना चुपचाप काम करना पसंद करते हैं। उसकी ड्यूटी राजकोट के हनुमान मढ़ी चौक से लेकर सिविल अस्पताल चौक के बीच, किराने और अन्य आवश्यक वस्तुओं की बिक्री करने वाली दुकानों की निगरानी में लगाई गई है। वह रोज अपने दोपहिया वाहन से निकलती हैं और यहां पर लगभग 100 दुकानों पर विजिट करती हैं। वह मालिकों को इस तरह के संकट के दौरान कीमतों में बढ़ोतरी नहीं करने और खुद की सुरक्षा करने की सलाह देती हैं। वह उन्हें बताती हैं कि अगर उन लोगों ने नियमों का पालन नहीं किया तो उनके खिलाफ कार्रवाई होगी। उन्हें 24x7 उपलब्ध रहना पड़ता है।


'रिस्क ज्यादा पर कर्तव्य पहले'
उनके ऊपर 31 मार्च तक टैक्स कलेक्शन का भी प्रेशर था बावजूद उन्हें बीते दो महीने से कोई छुट्टी नहीं ली। यह उनकी पहली प्रेगनेंसी हैं। वह मास्क लगाती हैं और सभी सुरक्षा पहलुओं का पालन करती हैं। उन्हें ऐसी अवस्थी में सारे जोखिमों के बारे में पता है लेकिन उनका मानना है कि ऐसे संकट के समय में वह अपने कर्तव्य से मुंह नहीं मोड़ सकतीं।


वह अपने पति, ससुर, सास और देवर सहित संयुक्त परिवार में रहती हैं। वे भी उनका सहयोग करते हैं। राजकोट के नगर आयुक्त उदित अग्रवाल ने कहा कि उन्हें किंजल जैसे कर्मचारियों पर गर्व है। ऐसे समय में भी, वह अपने कर्तव्यों का पालन करने के लिए तैयार है। हर किसी को उसके जैसा कार्यकर्ता होने पर गर्व होना चाहिए।