नई दिल्ली
कोरोना वायरस की वजह से पूरे देश में जो लॉकडाउन (Lockdown in india) है वह कल खत्म हो रहा है। अभी तक वायरस पर काबू नहीं पाया जा सका है, ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि लॉकडाउन आगे बढ़ेगा। ऐसे में देशवासी उम्मीद कर रहे थे कि आज पीएम मोदी कोई अहम घोषणा कर सकते हैं, लेकिन पीएम मोदी आज नहीं, बल्कि कल सुबह 10 बजे देश को संबोधित (PM Modi adress to nation) करेंगे। इससे पहले आज जिस तरह पीएम मोदी के आह्वान पर केंद्रीय मंत्रियों ने दफ्तर जाकर काम किया, उससे इस बात की झलक तो मिल ही गई कि लॉकडाउन के दूसरे चरण में कुछ ढील मिलेगी।
लॉकडाउन 2.0 लगभग तय
वैसे तो मोदी सरकार की तरफ से दूसरे चरण के लॉकडाउन की अभी तक घोषणा नहीं की गई है, लेकिन कई राज्य पहले ही लॉकडाउन बढ़ा चुके हैं और ऐसे में दूसरे चरण का लॉकडाउन लगभग तय है। वहीं पिछले दिनों जब पीएम मोदी ने मुख्यमंत्रियों से बात की थी तो अधिकतर ने लॉकडाउन बढ़ाने की बात कही थी। अब सवाल ये है कि लॉकडाउन बढ़ेगा तो क्या वो भी इसी बार जैसा होगा या कुछ अलग?
मिल सकती है ढील, कई संकेत
उम्मीद की जा रही है कि कल सुबह पीएम मोदी का जो संबोधन होगा, उसमें वह लॉकडाउन 2.0 यानी दूसरे चरण की घोषणा कर सकते हैं। साथ ही ये भी उम्मीद की जा रही है कि दूसरे चरण में कई तरह की ढील भी दी जा सकती है। कुछ दिन पहले ही पीएम मोदी ने देश को संबोधित करते हुए कहा था कि जान भी, जहान भी। यानी वह साफ कर रहे थे कि दूसरे चरण के लॉकडाउन में ढील मिलेगी। वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी कह दिया है कि लॉकडाउन 2.0 में लोगों की आजीविका का भी ध्यान रखना होगा।
इतना ही नहीं, पीएम मोदी ने केंद्रीय मंत्रियों को दफ्तर जाकर काम करने को कहा और इसी बीच जावड़ेकर, रिजिजू समेत कई केंद्रीय मंत्री दफ्तर भी पहुंचे। यानी आने वाले दिनों में ढील मिलेगी, लेकिन उसकी शर्तें क्या होंगी और कितनी ढील मिलेगी, ये कल सुबह 10 बजे साफ हो जाएगा। दरअसल, लॉकडाउन की वजह से बहुत नुकसान हो रहा है, जबकि भारत पहले ही आर्थिक मंदी के दौर से गुजर रहा था। ऐसे में अर्थव्यवस्था को भी संभालना जरूरी है।संक्रमण जोन में बढ़ेगी सख्ती
पिछले दिनों में बहुत सारे संक्रमण जोन बनाए गए हैं। उन संक्रमण जोन में सख्ती को काफी अधिक बढ़ा दिया गया है। लॉकडाउन 2.0 में भी ये संक्रमण जो सख्ती के दायरे में ही रहेंगे। जहां संक्रमण नहीं है या बहुत कम है, वहां पर लॉकडाउन में ढील दी जा सकती है।
छोटे और मध्यम उद्योग ऐसे खोले जा सकते हैं
अर्थव्यवस्था और कामगारों की स्थिति सुधारने के लिए सरकार छोटे और मध्यम उद्योगों को खोल सकती है। इसमें मोदी को सुझावा गया है कि फैक्ट्री में मजदूर अंदर रहकर काम करें और सोशल डिस्टेंसिंग के साथ वहीं रहें, घर न जाएं। इन कारखानों में काम करनेवाले ज्यादातर लोग कैंप्स में रह रहे हैं। इन्हें स्पेशल ट्रेन और बस की मदद से फैक्ट्री तक पहुंचाया जा सकता है। फिलहाल ऐसे कारखानों की पहचान हो रही, पूरा अप्रैल ऐसे ही काम करवाया जाएगा।
ये सब भी खुल सकते हैं
टेक्सटाइल, ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रिक सामान बनाने वाली कंपनियां शुरू हो सकती हैं। हाउसिंग और कंस्ट्रक्शन सेक्टर के साथ-साथ सड़क की रेहड़ी पटरी को छूट मिल सकती है। इसके अलावा मोबाइल, इलेक्ट्रिक रिपेटर की दुकान, धोबी, मोची, प्रेस वाला आदि को काम करने की इजाजत हो सकती है।