रामगंज में सात और नए संक्रमण के केस सामने आए, जयपुर का आंकड़ा 41 पहुंचा, दो दिन में 20 केस मिले


जयपुर. राजधानी के परकोटा क्षेत्र में कोरोना संक्रमण बढ़ता जा रहा है। यहां रोजाना संक्रमण के नए केस सामने आ रहे है। खासतौर पर रामगंज कोरोना जोन बन गया है। जहां गुरुवार सुबह 7 नए केस सामने आए। इससे जयपुर का आंकड़ा 41 पहुंच गया। इनमें कोरोना पॉजिटिव के 20 केस में महज 24 घंटे में बढ़ गए। इससे राज्य सरकार के साथ ही चिकित्सा एवं स्वास्थ्य महकमे की मुश्किलें बढ़ती जा रही है। वहीं, पुलिस प्रशासन भी सख्ती से लॉक डाउन की पालना करवा रहा है। परकोटे को सीलबंद कर दिया गया है। वहां अति आवश्यक सेवाओं से जुड़े लोगों व वाहनों को ही प्रवेश दिया जा रहा है। 


परकोटे से गुजरने वाली गाड़ियों को भी किया जा रहा सैनिटाइज


संक्रमण बढ़ने के साथ ही परकोटे में लोगों से घर की छतों पर भी दूरी बनाने के निर्देश दिए गए हैं। ड्रोन से इसकी निगरानी की जाएगी। निर्देशों का उल्लंघन करने वालों को गिरफ्तार किया जाएगा। वहीं, प्रशासन या स्वास्थ्य विभाग की जो गाड़ियां इस इलाके में जा रही है, उन्हें भी सैनिटाइज किया जा रहा है। राजस्थान में अब तक भीलवाड़ा में सबसे ज्यादा 26 संक्रमित थे, लेकिन बुधवार को 13 और गुरुवार को 7 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद राज्य में सबसे ज्यादा 41 पॉजिटिव जयपुर में हो गए हैं।


जयपुर में 41 पॉजिटिव, 1970 लोगों को किया होम आइसोलेशन


वहीं, जयपुर में कुल संक्रमित लोगों की संख्या 41 पहुंच गई है। अभी जयपुर में 1970 कोरोना संदिग्ध हैं, जिन्हें घरों में रहने के निर्देश हैं। इनमें अधिकांश विदेश से आए हैं या इनके संपर्क में आने वाले हैं। दूसरी तरफ जयपुर परकोटे की सभी सीमाएं सील कर दी हैं। अब परकोटे में सिर्फ पुलिस, चिकित्साकर्मियों और मीडिया समेत कुछ ही लोगों को एंट्री दी जाएगी। इसके अलावा परकोटा बाहरी लोगों के लिए बिल्कुल बंद रहेगा। 


रामगंज में 25 मार्च को आया था पहला केस, अकेले इसी से जुड़े है 17 केस


यहां संक्रमण का पहला मामला ओमान से आए 45 साल के व्यक्ति में मिला था। वह 11 मार्च को ओमान से आया था।ओमान से लौटने के बाद मेडिकल टीम ने इस व्यक्ति को क्वारैंटाइन में रहने के लिए कहा था। लेकिन वह दोस्तों से मिलता रहा, मस्जिद जाकर नमाज पढ़ता रहा और शहर में घूमता रहा। 24 मार्च को इसे बुखार आया, तो एसएमएस अस्पताल की कोरोना ओपीडी में हिस्ट्री और लक्षण देखकर उसे भर्ती कर लिया गया। बाद में उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आते ही पूरा क्षेत्र अति संवेदनशील घोषित कर दिया गया है। प्रशासन ने पूरे इलाके को सील कर दिया है।