आईपीएस की अपील- मिर्गी से जूझ रहे बच्चों के लिए विदेश से लेते आएं दवा Vigabatrin


भुवनेश्वर
हाल ही में एक जरूरतमंद तो राजस्थान से मंगाकर ऊंटनी का दूध पहुंचाने वाले आईपीएस अरुण बोथरा  एकबार फिर चर्चा में हैं। इस बार उन्होंने मिर्गी की बीमारी से जूझ रहे बच्चों के लिए दवा का इंतजाम करने का बीड़ा उठाया है। अरुण बोथरा ने विदेश से आ रहे भारतीयों से अपील की है कि वे अपने साथ मिर्गी की दवा Vigabatrin ले आएं। IPS अरुण बोथरा के मुताबिक, यह दवा भारत में खत्म हो गई है और कई बच्चे इसी के इंतजार में हैं।
फिलहाल ओडिशा में तैनात अरुण बोथरा मूलत: राजस्थान के हैं। उन्होंने एक ट्वीट में लिखा है, 'विदेश से भारत लौट रहे लोगों से अर्जेंट रिक्वेस्ट है:- देश में कई सारे बच्चे मिर्गी (Epileptic Seizures) से पीड़ित हैं, इन्हें Vigabatrin दवा की जरूरत है। भारत में इस दवा का स्टॉक खत्म हो गया है। कृपया अपने साथ कुछ दवा लेते हैं। आपको एयरपोर्ट पर ही पैसे देकर दवा ले ली जाएगी और जरूरतमंदों तक पहुंचा दी जाएगी। प्लीज रीट्वीट और शेयर करें।'


लोग मदद को तैयार लेकिन Prescription की समस्या
खबर लिखे जाने तक अरुण बोथरा के इस ट्वीट को साढ़े चार हजार से ज्यादा लोगों ने रीट्वीट किया था। कई लोग मदद की बात कह रहे हैं लेकिन डॉक्टर के प्रिसक्रिप्शन के बिना यह दवा मिलना मुश्किल है। इसपर भी अरुण बोथरा ने उन्हें जवाब दिया है कि कुछ देशों में बिना प्रिसक्रिप्शन के भी दवा मिल सकती है। एक ट्विटर यूजर ने कहा है कि वह इस दवा को बनाने वाली कंपनी में किसी को जानते हैं, जो इस बारे में मदद कर सकते हैं।



अरुण बोथरा के मुताबिक, 18 बच्चे इस दवा के इंतजार में हैं और आने वाले दिनों में यह संख्या बढ़ ही सकती है। उन्होंने एक यूजर को यह भी बताया कि यह दवा फिलहाल साउथ ईस्ट एशिया के देशों में नहीं है। एक ट्विटर यूजर ने दवा के महंगे दाम को लेकर चिंता जताई तो अरुण बोथरा ने लिखा कि पैसे की चिंता ना करें, दवा लाने वाले को तुरंत पैसा दे दिया जाएगा। दवा लाने वालों को उन्होंने स्थानीय कानून का भी ध्यान रखने की सलाह दी है, जिससे कोई कानूनी समस्या ना आए।


राजस्थान से मुंबई पहुंचाया था ऊंटनी का दूध
कुछ दिनों पहले ही एक महिला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को टैग करे अपने बच्चे के लिए मदद मांगी थी। दरअसल, उनके बच्चे को ऑटिज्म की बीमारी है और उसे ऊंटनी के दूध की जरूरत होती है। लॉकडाउन के समय दूध ना मिल पाने से उनके बच्चे की तबीयत बिगड़ रही थी। इसकी जानकारी मिलते ही आईपीएस अरुण बोथरा ने राजस्थान में 20 लीटर ऊंटनी के दूध का इंतजाम किया और रेलवे की मदद से यह दूध मुंबई में बच्चे की मां तक पहुंचा दिया गया।