बीजेपी अब तक हार पचा नहीं पाई, इसलिए करती है सरकार गिराने की बात: शरद पवार


 


मुंबई
महाराष्ट्र की राजनीति में एक बार फिर मची हलचल के बीच एनसीपी मुखिया शरद पवार ने स्पष्ट किया है सरकार की अस्थिरता को लेकर सिर्फ अफवाह है। उन्होंने कहा कि गठबंधन के सभी दल एक साथ हैं और कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई पर काम कर रहे हैं। उन्होंने महाराष्ट्र में कोरोना के बढ़ते मामलों के पीछे वजह भी बताई। साथ ही सीएम के रूप में उद्धव ठाकरे की तारीफ भी की। पेश है उनसे बातचीत के कुछ अंश-
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पवार जी इस चुनाव में आप जीते कहा थे । बस ठगी के सहारे सत्ता के बने हुए हो । रह गई बात सरकार गिराने की तो अपने पप्पू मियां इटली वाले को संभाल कर रखो । दुसरो को दोष दे कर पप्पू मियां...+

सवाल- महाराष्ट्र में राजनीतिक अस्थिरता के बारे में क्या चर्चा है और राष्ट्रपति शासन के बारे में अटकलें हैं?
जवाब- यह आधारहीन है। सभी दल साथ काम कर रहे हैं और हमारी सरकार सुगम रूप से चलेगी। अस्थिरता को लेकर कोई सवाल नहीं बनता। गठबंधन में झगड़े और इसकी बर्खास्तगी की चर्चा एक बीजेपी नेता (देवेंद्र फडणवीस) की प्रेस कॉन्फ्रेंस से आई है। मैं यह भी जरूर कहूंगा कि मीडिया के एक सेक्शन ने इस अफवाह को और बढ़ावा दिया लेकिन यह काम नहीं आया।


दरअसल बीजेपी नेतृत्व अभी भी हार से शर्मिंदगी झेल रहा है और फिर विधानसभा चुनाव के बाद सरकार गठित करने की अंसवैधानिक, अवैध और असफल प्रयास से उसे और गहरा झटका लगा है। यह समय है कि सच को स्वीकार किया जाए और राज्य सरकार के साथ कोविड-19 की लड़ाई में सहयोग किया जाए। कोविड-19 राष्ट्रीय मुद्दा है और कई राज्य इससे जूझ रहे हैं। सरकार गिराने की बात करने का कोई कारण या आधार नहीं है। महाराष्ट्र के लोग राजनैतिक और प्रशासनिक रूप से स्थिरता चाहते हैं और हमारी सरकार उन्हें यह दे रही है।


सवाल- उद्धव ठाकरे को आप किस तरह आंकते हैं?
जवाब- उद्धव ठाकरे सरकार और विधानमंडल के लिए नये हैं। वह सरकार चलाने की जिम्मेदारियों का वहन कर रहे हैं। पहली बार गठबंधन की सरकार भी चला रहे हैं। हालांकि उनकी कैबिनेट में कई अनुभवी मंत्री हैं। शिवसेना से लेकर एनसीपी और कांग्रेस के। मैं यह जरूर कहूंगा कि ठाकरे एक अच्छे मुख्यमंत्री और टीम लीडर के रूप में सामने आए हैं। उनकी वर्किंग स्टाइल पॉजिटिव है। वह अपने गठबंधन के साथियों के साथ नियमित रूप से सलाह-मशविरा करते रहते हैं, जिससे हमें हमारे सामान्य न्यूनतम कार्यक्रम का पालन करते हुए मामलों को सुलझाने में हमारी मदद मिलती है। मुख्यमंत्री खुद अपनी ड्यूटी के दौरान भी कई घंटे तक काम करते रहते हैं।


सवाल- क्या आप महाराष्ट्र में महामारी फैलने की तीव्रता से हैरान हैं?
जवाब- नहीं, महाराष्ट्र की कुछ विशिष्ट विशेषताओं को समझना महत्वपूर्ण है। हमारे पास मुंबई जैसे कई बड़े शहर हैं, जहां काफी घनी आबादी रहती है। स्लम और कस्बों में भी भारी आबादी रहती है। उदाहरण के लिए मालेगांव में खासकर अल्पसंख्यक समुदाय के लोग जिन पावर लूम में काम करते हैं, उसी के बगल में उनका घर है। इसका मतलब वह साथ काम करते हैं और साथ रहते हैं। इन वजहों से सोशल डिस्टेंसिंग मुश्किल हो गया है और यहां लगातार संक्रमण बढ़ता ज


सवाल- क्या हम मुंबई और दूसरे हिस्सों में लॉकडाउन में ढील या फिर सख्ती देखेंगे?
जवाब- दो महीने के लिए तो अभी लॉकडाउन रहेगा। बिजनस, इंडस्ट्री, फैक्ट्री और वर्कप्लेस सब बंद रहेंगे। हर कोई इससे जूझ रहा है लेकिन फिर भी सभी सहयोग कर रहे हैं। मुझे नहीं पता कि केंद्र के दिमाग में क्या है लेकिन मैं सोचता हूं कि अब हमें और खोलना शुरू करना चाहिए। महामारी से लड़ते हुए बिजनस, इंडस्टी, फैक्ट्री, वर्कप्लेस और अर्थव्यवस्था को दोबारा शुरू करना जरूरी है। निश्चित रूप से हमें सोशल डिस्टेंसिंग, साफ-सफाई का ध्यान रखना होगा , साथ ही साथ वर्कप्लेस में अपनी उपस्थिति भी दर्ज करानी होगी लेकिन यह एक तरीका है जिसमें अब हमें रहना होगा। हम अपने गठबंधन के साथियों और इंडस्ट्री मालिकों और एक्सपर्ट से इस पर बात कर रहे हैं।


वह आगे कहते हैं, 'महाराष्ट्र एक ऐसा राज्य है जो न सिर्फ हमारे लोगों बल्कि यूपी, बिहार, उत्तरी राज्यों के अलावा भारत के दूसरे हिस्सों के लोगों को भी रोजगार देता है। प्रवासियों को लेकर रोज 40 से ज्यादा ट्रेन यहां से जाती है। विधानसभा चुनाव के प्रचार के दौरान, एक बीजेपी नेता (अमित शाह) हर रैली में पूछते थे, शरद पवार ने महाराष्ट्र के लिए क्या किया है? शरद पवार और महाराष्ट्र ने यही किया है। हम पूरे भारत के लोगों को रोजगार उपलब्ध कराते हैं। बीजेपी न ही इसे समझ सकती है और न ही इसकी प्रशंसा कर सकती है।'