दौसा जिले में कोरोना / पांच और पॉजिटिव मामले सामने आए, प्रवासी मजदूरों के लौटने के बाद अब गांवों में भी फैलती दिख रही है महामारी


दौसा.। जिले में सोमवार को पांच कोरोना पॅजिटिव और मिले हैं। इसके साथ ही जिले में अब तक कोरोना पॅजिटिव की संख्या 37 हो गई है। कोरोना अब गांवों में भी पैर पसार रहा है। गांवों में पिछले 10 दिन में ही 17 केस  हो गए हैं, जबकि अप्रैल माह में 20 मरीज मिले थे। अब तक 20 मरीज ठीक होकर घर जा चुके हैं, जबकि एक्टिव केस 17 हैं। कोरोना का संक्रमण गांवों में फैलने से चिकित्सा विभाग व प्रशासन में हड़कंप की स्थिति है। जिले में पांच स्थानों पर कर्फ्यू लगा हुआ है।


पांच में चार पॉजिटिव मुंबई से आए


नोडल प्रभारी डॉ. दीपक शर्मा ने बताया कि सोमवार को बालकिशन का बास कलाखो में 33 और 22 साल के दो युवक कोरोना पॉजिटिव आए हैं। बालकिशन का बास में अब पांच मरीज हो गए हैं। ये सभी प्रवासी मजदूर हैं, जो महाराष्ट्र से लौटे हैं। इसी तरह सिकराय के मोरेड़ गांव में 27 साल का युवक कोरोना संक्रमित पाया गया है। यह युवक भी बालकिशन का बास के लोगों के साथ महाराष्ट्र में एक ही कमरे में रहता था। रेटा की खूंटल्या की ढणी में भी 22 साल का युवक कोरोना पॉजिटिव निकला है।


दौसा के कुम्हार मोहल्ला में 21 साल का युवक कोरोना पॅजिटिव निकला है। यह युवक गत दिनों मुंबई से आया था, जिसका सैंपल लेकर चिकित्सा विभाग ने जांच के लिए भेजा था। कुम्हार मोहल्ला पहले ही संक्रमित क्षेत्र में होने के कारण वहां डेढ माह से कर्फ्यू लगा हुआ है। जिला मुख्यालय पर कर्फ्यूग्रस्त 22 वार्डों में एक के बाद एक कोरोना पॅजिटिव मिलने के कारण अब तक एक घंटे की भी ढील नहीं मिली है। लगातार मरीज आने से कर्फ्यू हटना भी मुश्किल है। एक ओर जहां लोगों को लॉकडाउन 4.0 में भारी छूट मिल चुकी है, दौसा के कर्फ्यूग्रस्त वार्डों में रह रहे लोग डेढ़ माह से घरों में कैद हैं और जरूरी सामानों के लिए तरस गए हैं।


प्रवासी मजदूरों के लौटने से गांवों में फैल रहा कोरोना


जिले में अब तक करीब 25 हजार प्रवासी आ चुके हैं। बाहरी लोगों के आने से ही गांवों में कोरोना फैल रहा है। चिकित्सा विभाग लगातार सर्वे व स्क्रीनिंग कर रहा है। सभी ब्लाकों में रैंडम सर्वे किया जा रहा है। अब तक 3700 लोगों के सैंपल लिए जा चुके हैं, जिनमें करीब 400 लोगों की रिपोर्ट आना शेष है। विभाग की 289 टीमों द्वारा करीब सवा 6 लाख घरों का सर्वे किया है। इनमें करीब 28 लाख लोगों की स्क्रीनिंग की है। 50 लोग आइसोलेशन वार्ड में व 125 लोग क्वारेंटाइन पर हैं।