नई दिल्ली
कांग्रेस नेता शशि थरूर का कहना है कि देश में मुसलमानों के खिलाफ वारदातों और बयानों के कारण विदेश में नाकारात्मक प्रतिक्रिया ही होगी। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा कि विदेश में डैमेज कंट्रोल करने के बजाय देश के अंदर जमीनी हकीकत को बदलने की जरूरत है। उन्होंने ये बातें भारत के अंदर इस्लामोफोबिया की कथित स्थिति को लेकर अरब देशों में उठे विवाद पर कहीं।
बयानों से नहीं, धारणा बनने से मतलब: थरूर
थरूर ने कहा कि सरकार क्या कहती है, यह मायने नहीं रखता है। मायने यह रखता है कि सरकार जो कर रही है और जो दूसरों को करने दे रही है, उससे कैसी धारणा बन रही है। उनका आरोप है कि मोदी सरकार अपने कई 'कट्टर समर्थकों' के डरावने व्यवहार पर काबू पाने में शर्मनाक रूप से विफल रही है जिनमें कई उच्च पदों पर आसीन हैं।
पीएम मोदी पर निशाना
थरूर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर पिछले छह सालों से अपने दल के कट्टर रवैये की आलोचना करने में देरी करते रहने का आरोप लगाया। कांग्रेस नेता यहीं नहीं रुके, उन्होंने कहा कि खुद प्रधानमंत्री के कैंप से इस्लामोफोबिया का प्रचार हुआ। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, 'अब कोई खबर पल में दुनियाभर में फैल जाती है। ऐसे में मुस्लिम जब तक देश से बाहर है तब तक तो प्यार, लेकिन देश के अंदर मुसलमानों के अपमान की प्रवृत्ति खतरनाक है।'
इस्लामी देशों ने जताई थी आपत्ति
थरूर का यह बयान संयुक्त अरब अमीरात (UAE) की राजकुमारी, कुवैत सरकार और विभिन्न अरब देशों की नामी-गिरामी हस्तियों की ओर से आई कड़ी प्रतिक्रिया पर आया है। ध्यान रहे कि तबलीगी जमात के कारण कोरोना केस में वृद्धि की खबरों के बाद देश के अलग-अलग हिस्सों में मुसलमानों को महामारी फैलाने पर आरोप लगने लगे। इस पर 57 मुस्लिम देशों के संगठन ऑर्गनाजेशन ऑफ इस्लामिक को-ऑपरेशन (OIC) ने भारत पर इस्लामोफोबिया को बढ़ावा देने का आरोप लगाया।
'देश में जमीनी हकीकत बदलने की जरूरत'
केरल के तिरुअनंतपुरम से कांग्रेस सांसद ने इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मुस्लिम देशों की प्रतिक्रिया अप्रत्याशित नहीं है। उन्होंने कहा, 'मैं प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री के डैमेज कंट्रोल के प्रयासों का स्वागत करता हूं, लेकिन दूसरे देशों को भरोसे में रखने के लिए बार-बार बयान जारी करने से बेहतर है कि हम देश के अंदर की जमीनी हकीकत में बदलाव करें।'
बीजेपी नेताओं के बयानों का हवाला
उन्होंने कहा, 'हमें नहीं भूलना चाहिए कि रामजादे/हरा... कॉमेंट एक मंत्री की तरफ से आया था और हाल ही में यूपी में एक बीजेपी विधायक ने लोगों को मुस्लिमों से सब्जी नहीं खरीदने की हिदायत देते सुना गया।' थरूर क्रमशः 2014 में केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति और विधायकर सुरेश तिवारी के बयानों का हवाला दे रहे थे। ध्यान रहे कि बीजेपी इस मामले में तिवारी को कारण बताओ नोटिस जारी कर चुकी है।