जिंदगीभर का गम दे गई विशाखापट्टनम की घटना, किसी ने बेटी खोई तो किसी ने गंवाया पिता


विशाखापट्टनम
आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में हुई गैस लीक की घटना में 11 जानें गईं। इन 11 मौतों ने सैकड़ों लोगों को जिंदगी भर के लिए गम दे दिया है। किसी ने अपने पिता को खो दिया है तो कोई बिना बेटी का रह गया है। एलजी पॉलिमर प्लांट से स्टाइरीन गैस लीक होने के बाद हजारों लोग अस्पताल पहुंचे हैं। अस्पताल में भर्ती लोगों में किसी की आंख में दिक्कत है तो कोई चल नहीं पा रहा है। कुल मिलाकर इस घटना ने हजारों लोगों को दर्द दिया है।


गैस लीक की घटना में पांच साल के मणिदीप ने अपने पिता को हमेशा के लिए खो दिया। उसकी मां भी बीमार है और फिलहाल अस्पताल में भर्ती है। मणिदीप के संबंधियों को मीडिया के जरिए उसके पिता गोविंदा राजू की मौत की खबर पता चली, जिसके बाद उसके परिवार को इस बारे में जानकारी दी गई। गोविंदा राजू आर आर वेंकटपुरम गांव में एलजी पॉलिमर प्लांट में दिहाड़ी मजदूर के तौर पर काम करते थे।


गैस की चपेट में आने से देखने और चलने में तकलीफ
गैस की चपेट में आने के कारण मणिदीप अपनी आंखें नहीं खोल पा रहा था। शनिवार को मणिदीप को एल वी प्रसाद नेत्र संस्थान ले जाया गया, जहां विशेषज्ञ डॉक्टरों ने उसे देखा। इसके बाद वह अंततः कुछ देर के लिए अपनी आंखें खोल पाया। अस्पताल में मणिदीप की देखभाल कर रहीं उसकी आंटी ने कहा, 'उसके पैर में भी चोट लगी है। भले ही अब उसकी आंखें खुल गई हों लेकिन वह चल नहीं पा रहा है। हम किसी तरह उसे बाहर लाए और अंतिम संस्कार से पहले उसे उसके पिता का शव दिखाया गया।' बच्चे की मां फिलहाल अस्पताल में है और ठीक हो रही है। गुरुवार को गैस लीक होने के कारण उसे सांस लेने में तकलीफ है।


हादसे में बच्ची की मौत, पूरा परिवार बीमार
ऐसी ही दिल तोड़ने वाली कहानी नौ वर्षीय एन ग्रिश्मा के परिवार की है, जिसकी इस घटना में मौत हो गई। उसके माता-पिता अस्पताल में भर्ती हैं। बच्ची के अंकल अफसोस के साथ कहते हैं, 'ग्रिश्मा की गुरुवार को मौत हो चुकी है, लेकिन हमने दोपहर तक उसकी मां को इस बारे में नहीं बताया था। उसके शव को पोस्टमॉर्टम के बाद शुक्रवार सुबह हमें सौंप दिया गया, जिसके बाद हमने उसे इस बारे में बताया।'


हादसे में बेटी की मौत, मां ने अफसरों के पैर में पड़कर लगाई गुहार
ग्रिश्मा का भाई भी इस हादसे में प्रभावित हुआ था लेकिन वह जल्द ही ठीक हो गया, जिसके बाद उसे संबंधियों के घर भेज दिया गया है। शनिवार को ग्रिश्मा की गमगीन मां लक्ष्मी बेटी के शव के साथ अपने गांव वेंकटपुरम पहुंची। एलजी पॉलिमर प्लांट के गेट पर वाहन से उतरी और तेजी से वह अंदर पहुंच गई, जहां पुलिस महानिदेशक डीजी स्वांग निरीक्षण कर रहे थे। वह उनके पैरों पर गिर गई और उनसे तुरंत एलजी प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई की गुहार लगाने लगी। हाथ जोड़कर लक्ष्मी ने उनसे प्लांट को तुरंत बंद कराने की गुहार लगाई। पुलिसकर्मियों ने उसे सांत्वना देने की कोशिश की, लेकिन वह फैक्ट्री से बाहर आई और रोने लगी।