किराए के विवाद के चलते श्रमिक स्पेशल ट्रेनों की रफ्तार हुई कम, पिछले 9 दिन में 2 ही ट्रेन जयपुर से हुई संचालित


जयपुर. (शिवांग चतुर्वेदी)। केंद्र सरकार और विपक्षी दल कांग्रेस की ओर से ट्रेनों में श्रमिकों के आवागमन के दौरान किराए का मुद्दा बढ़ने के कारण अब श्रमिक स्पेशल ट्रेनों का संचालन कम हो गया है। जयपुर जंक्शन से पिछले नौ दिनों में सिर्फ 2 श्रमिक स्पेशल ट्रेनों का ही संचालन हुआ है।


श्रमिकों को एक से दूसरे राज्य में भेजने के लिए स्पेशल ट्रेनें संचालित करने का सिलसिला श्रमिक दिवस पर एक मई से शुरू हुआ था। एक मई को ही जयपुर से पटना के लिए विशेष ट्रेन संचालित की गई थी, लेकिन इसके बाद श्रमिकों से किराया वसूलने को लेकर विवाद बढ़ गया। केंद्र सरकार ने कहा कि वह श्रमिकों से किराए की बड़ी राशि नहीं ले रही है।


श्रमिकों को किराए में 85% की छूट दी जा रही है जबकि राज्यों ने आरोप लगाया कि केंद्र टिकट के पूरे पैसे उनसे ले रहा है। रेलवे भी प्रति यात्री टिकट बुकिंग करने की बजाय पूरी ट्रेन बुक कर किराया जिला प्रशासन से वसूल कर रहा है। ऐसे में श्रमिकों का आरोप है कि उनसे किराए की पूरी राशि वसूल की जा रही है जिसे देखते हुए प्रदेश की गहलोत सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए श्रमिकों के किराए की पूरी राशि वहन करने की बात कही है।


ऐस में अब जयपुर और प्रदेश के अन्य हिस्सों से संचालित होने वाली ट्रेनों में किराए का भुगतान राज्य सरकार द्वारा किया जा रहा है। हालांकि पिछले नौ दिन में मात्र दो ट्रेनों का संचालन जयपुर जंक्शन से हो सका है। रेलवे से जुड़े सूत्र बताते हैं कि किराया विवाद के चलते आगामी दिनों में भी श्रमिक स्पेशल ट्रेनों का संचालन कम ही होने के आसार हैं।


कब-कब चली श्रमिक स्पेशल ट्रेन :


    1 मई को जयपुर से करीब 1150 श्रमिकों को लेकर ट्रेन पटना के लिए रवाना हुई
    5 मई को 1149 श्रमिकों और परिजनों को लेकर ट्रेन कटिहार के लिए रवाना हुई 
    5 मई को 1207 श्रमिकों को लेकर महाराष्ट्र के दहानू रोड से ट्रेन जयपुर पहुंची
    5 मई को 1194 श्रमिकों को लेकर महाराष्ट्र के भिवंडी से ट्रेन जयपुर पहुंची
    6 मई को 1318 विद्यार्थियों-श्रमिकों को लेकर बेंगलुरू के चिक्काबनावारा से ट्रेन जयपुर पहुंची