कोरोना डरा रहा, लेकिन जंग में उम्मीद जगा रहीं ये 5 बातें

 



मई महीने में कोरोना की रफ्तार बहुत तेज हो गई है। सिर्फ चार दिनों में 10 हजार केस सामने आ गए हैं। अब हर दिन इटली से भी ज्यादा केस सामने आ रहे हैं। लेकिन ऐसे में खबराने की जगह सबको इससे लड़ना है। कुछ बातें हैं जो बताती हैं कि अबतक हम सही रास्ते पर हैं और इससे निपटने के लिए लॉकडाउन, सोशल डिस्टेंसिंग, साफ-सफाई आदि का पालन करते रहना होगा।
​रिकवरी रेट 27.52 तक पहुंचा
कोरोना से ठीक होनेवाले लोगों की संख्या भारत में तेजी से बढ़ रही है। यह अब 27.52 तक पहुंच गई है। 17 अप्रैल को यह 13.06 प्रतिशत थी। मंगलवार तक कोरोना से 12,727 मरीज ठीक हो चुके थे।
अब 12 दिन में डबल हो रहे मामले
पिछले तीन दिनों में कोरोना के मामले तेजी से बढ़े जरूर हैं लेकिन भारत में कोरोना के केस डबल होने में अभी 12 दिन लग रहे हैं। पहले ये 8.2 दिनों में डबल हो रहे थे। वहीं लॉकडाउन से पहले ऐसा 3.4 दिनों में हो रहा था। अगर लोग सोशल डिस्टेंस और लॉकडाउन का ठीक से पालन करेंगे तो अभी स्थिति और बेहतर हो सकती है।
मृत्यु दर दुनिया में सबसे कम
कोरोना वायरस देश में अबतक 1568 लोगों की जान ले चुका है। लेकिन 12727 लोग ठीक भी हुए हैं। दुनिया के बाकी देशों के मुकाबले भारत में मृत्यु दर अभी कंट्रोल में है। देश में कोरोना से मौत की दर 3.2 है जो दुनिया में सबसे कम है।
​93 साल के बुजुर्ग, 9 माह की बेटी जीत चुकी है कोरोना से 
कोरोना वायरस सबसे ज्यादा बुजुर्गों और बच्चों पर असर डालता है। लेकिन भारत में कई बुजुर्ग और बच्चे भी कोरोना को हरा चुके हैं। केरल में 93 साल के बुजुर्ग ने कोरोना को हराया था। वहीं आगरा में 9 महीने की बच्ची ने कोरोना को हराया था। दी गई तस्वीर दिल्ली के मनमोहन सिंह, 82 साल की है। इन्होंने भी कोरोना को हराया।
सख्ती से सुधर रहे हालात
इंदौर पिछले दिनों भंयकर तरह से कोरोना की चपेट में था। लेकिन अब वहां स्थिति थोड़ी कंट्रोल में आई है। केस अभी बढ़ रहे हैं लेकिन केसों के डबल होने के रेट में अब कमी आई है। इंदौर में कुल केस 1600 हैं लेकिन अब डबल होने में 17 दिन लग रहे हैं।