कोरोना महामारी के बीच चीन पर ट्रंप के 'अटैक' से शेयर बाजार में भारी गिरावट, सेंसेक्स 2000 अंक लुढ़का


मुंबई
कोरोना वायरस महामारी के बीच अमेरिका तथा चीन के बीच तनाव ( US China Tension) बढ़ने से कारोबारी सत्र के पहले दिन सोमवार को शेयर बाजार (Stock market) में बड़ी गिरावट दर्ज की गई। BSE का Sensex 2002.27 अंक (5.94%) फिसलकर 31,715.35 पर बंद हुआ, वहीं नैशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का Nifty 566.40 अंकों (5.74%) की गिरावट के साथ 9,293.50 पर बंद हुआ।
दिनभर के कारोबार में सेंसेक्स ने 32,748.14 का ऊपरी स्तर तथा 31,632.02 का निचला स्तर छुआ, वहीं निफ्टी ने 9,533.50 का उच्च स्तर और 9,266.95 का निम्न स्तर छुआ। बीएसई पर महज दो कंपनियों के शेयर हरे निशान पर तो बाकी 28 कंपनियों के शेयर लाल निशान पर बंद हुए। वहीं, एनएसई पर तीन कंपनियों के शेयरों में लिवाली तो बाकी 47 कंपनियों के शेयरों में बिकवाली देखी गई। आइए देखते हैं कि आखिर किन कारणों से बाजार में गिरावट आई है।


1- अमेरिका-चीन के बीच बढ़ी टेंशन
अमेरिका और चीन के बीच पहले से ही ट्रेड वॉर चल रही है और अब दोनों के बीच कोरोना वायरस को लेकर टेंशन और बढ़ गई है। इसका असर शेयर बाजार पर भी दिख रहा है। अमेरिका लगातार आरोप लगा रहा है कि कोरोना वायरस चीन की वजह से उसी की लैब में पैदा हुआ और फैला है, जिसके लिए वह चीन पर टैरिफ तक बढ़ाने की बात कर रहा है।


2- चौथी तिमाही के नतीजे
गुरुवार को रिलायंस इंडस्ट्रीज, हिंदुस्तान यूनीलीवर और टेक महिंद्रा की चौथी तिमाही के नतीजे चिंता में डालने वाले रहे। इसकी वजह से इन कंपनियों के शेयर करीब 7 फीसदी तक गिर गए। ध्यान रहे कि इसमें सिर्फ 31 मार्च तक के लॉकडाउन का असर है। लॉकडाउन का असली असर तो इस वित्त वर्ष की पहली तिमाही के नतीजों में दिखेगा, जो 30 जून को खत्म होगी।


3- लॉकडाउन 3.0
सेंसेक्स पर लॉकडाउन के तीसरे चरण का भी असर दिख रहा है, जो आज से शुरू हुआ है और 17 मई तक रहेगा। वैसे तो सरकार ने इस चरण में काफी ढील दी है, लेकिन विशेषज्ञ मान रहे हैं कि सप्लाई की दिक्कत होगी। ऐसे में ये अनुमान लगाया जा रहा है कि इस वित्त वर्ष की पहली और दूसरी तिमाही के नतीजे दबाव में ही रहेंगे।


4- कमजोर वैश्विक संकेत
कच्चे तेल में 7 फीसदी की और गिरावट आ गई है। चीन और जापान से ट्रेड कम होने की वजह से अमेरिका के स्टॉक भी 1.7 फीसदी तक गिर गए हैं। दक्षिण कोरिया का KOSPI गिर गया है, हॉन्ग कॉन्ग का हैंस सैंग 3.5 फीसदी गिरा है। इन सब की वजह से भी सेंसेक्स पर दबाव बढ़ा है।


इन शेयरों में तेजी
बीएसई पर भारतीय एयरटेल के शेयर में 3.49 फीसदी तथा सन फार्मा में 0.04 फीसदी की तेजी दर्ज की गई। एनएसई पर सिप्ला के शेयर में 3.71 फीसदी, भारती एयरटेल में 3.24 फीसदी तथा सन फार्मा के शेयर में 0.33 फीसदी की मजबूती देखी गई।


इन शेयरों में गिरावट
बीएसई पर आईसीआईसीआई बैंक के शेयर में सर्वाधिक 10.96 फीसदी, बजाज फाइनैंस में 10.21 फीसदी, एचडीएफसी में 10.08 फीसदी, इंडसइंड बैंक में 9.58 फीसदी तथा एक्सिस बैंक में 9.40 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। वहीं, एनएसई पर हिंडाल्को के शेयर में सर्वाधिक 10.68 फीसदी, आईसीआईसीआई बैंक में 10.56 फीसदी, वेदांता लिमिटेड में 10.44 फीसदी, बजाज फाइनैंस में 9.99 फीसदी तथा एचडीएफसी में 9.98 फीसदी की कमजोरी देखी गई।