कोरोना वायरस के बढ़ते मामले कभी भी हो सकते हैं स्थिर, नीति आयोग ने दिया इशारा


नई दिल्ली
कोरोना वायरस के मामलों में तेजी से बढ़ोत्तरी हो रही है। इसी बीच नीति आयोग के सदस्य वी के पॉल ने रविवार को कहा है कि कोरोना वायरस तेजी से बढ़ते नंबर जल्द ही किसी भी वक्त स्थिर हो सकते हैं। उन्होंने ये भी कहा कि मोदी सरकार ने 3 मई के बाद भी दो हफ्ते के लिए लॉकडाउन इसलिए बढ़ाया, ताकि पहले और दूसरे चरण के प्रतिबंधों से जो फायदा मिला, वह बना रहे।

बताया क्यों बढ़ाया लॉकडाउन
पीटीआई को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि लॉकडाउन का असली मकसद तो कोरोना वायरस की चेन को तोड़ना है, इसी वजह से 3 मई के बाद भी लॉकडाउन बढ़ाया गया। अगर लॉकडाउन को अचानक से खत्म कर देते, तो वह मकसद पूरा नहीं हो पाता।


उन्होंने ये भी कहा कि जहां पर स्थिति अच्छी है, वहां ध्यान से लॉकडाउन खोला जा रहा है। जब पॉल से पूछा गया कि क्या भारत कम्युनिटी ट्रांसमिशन यानी कोरोना वायरस के तीसरे चरण में प्रवेश कर चुका है तो सीधे-सीधे जवाब देने से बचते हुए उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के बढ़ते मामले रोकथाम रणनीति के अनुरूप ही हैं।


'पहले से बेहतर स्थिति है'
पॉल ने ये भी कहा कि हम लॉकडाउन के पहले से भी बेहतर स्थिति की ओर बढ़ रहे हैं। लॉकडाउन से पहले हर 5 दिन में कोरोना वायरस के मामले दोगुने हो रहे थे और अब हर 11-12 दिन में मामले दोगुने हो रहे हैं। इस तरह देखा जाए तो कोरोना वायरस के फैलने की दर घटी है और कभी भी स्थिर हो सकती है।


40 हजार के करीब पहुंचा संक्रमण
बता दें कि भारत में अब तक कोरोना वायरस का संक्रमण 39,980 लोगों में फैल चुका है, जिसमें से 1301 लोगों की मौत हो चुकी है। कोरोना वायरस की वजह से दुनिया भर में 34 लाख से भी अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं, जबकि करीब 11 लाख लोगों की मौत हो गई है। सबसे बुरा हाल अमेरिका का है, जहां पर करीब 66 हजार लोगों की मौत हो चुकी है और कोरोना का संक्रमण 11 लाख से भी अधिक लोगों में फैल चुका है।