राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) की तरफ भारत सरकार/राज्य सरकार और राज्य अथॉरिटीज को लॉकडाउन बढ़ाने का निर्देश देते हुए कहा गया है कि कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए देश में लॉकडाउन को बढ़ाने की जरूरत है।
लॉकडाउन को पहली बार लगाने का ऐलान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तरफ से 24 मार्च की रात 8 बजे किया गया था और बहुत ही कम समय में सिर्फ 4 घंटे बाद 24-25 मार्च की आधी रात से तीन हफ्ते के लिए देशव्यापी लॉकडाउन कर दिया गया।
उसके बाद कोरोना संक्रमण के मामले लगातार आने के बाद एक बार फिर लॉकडाउन 2.0 का ऐलान किया गया जिसकी अवधि 3 मई तक थी और उसके बाद लॉकडाउन 3.0 को दो हफ्ते के लिए बढ़ाया गया जिसकी मियाद 17 मई को समाप्त हो रही है।
देशव्यापी लॉकडाउन को करीब 50 दिन से ज्यादा हो गए, लेकिन देशभर में कोरोना केस लगातार आ रहे हैं। जिन राज्यों में कोरोना संक्रमण की रफ्तार काफी तेज है वो हैं- महाराष्ट्र, गुजरात, तमिलनाडु, दिल्ली और मध्य प्रदेश।
हालांकि, पीएम मोदी ने कहा कि लॉकडाउन 4.0 अब तक लगाए गए देशव्यापी लॉकडाउन से पूरी तरह अलग होगा। उसके बाद ऐसा माना जा रहा है कि कुछ क्षेत्रों में और रियायत का ऐलान किया जा सकता है। इसके साथ ही, राज्य सरकारों की ये मांग है कि केंद्र राज्य को यह सलाह दे कि उन्हें छूट देनी चाहिए। इस बारे में राज्यों ने अपनी राय गृह मंत्रालय को पहले ही भेज दी है।