लॉकडाउन 4: दिल्ली को 'खोलने' पर बोले गौतम गंभीर, डेथ वॉरंट साबित हो सकता है


नई दिल्ली
कोरोना वायरस लॉकडाउन पर केंद्र सरकार के बाद दिल्ली सरकार ने भी अपनी गाइडलाइंस का ऐलान कर दिया है। दिल्ली सरकार ने ट्रांसपोर्ट समेत बाकी कई चीजों को छूट दी है जिसपर विपक्ष सवाल उठा रहा है। बीजेपी से सांसद गौतम गंभीर और विजय गोयल ने इसे गलत फैसला बताया है। गंभीर ने कहा कि यह दिल्ली का डेथ वॉरंट साबित हो सकता है। वहीं विजय गोयल ने कहा कि इससे कहीं दिल्ली वुहान न बन जाए। इन दोनों के अलावा कई ट्विटर यूजर्स ने भी इस फैसले पर सवला उठाए।


पूर्व क्रिकेटर और दिल्ली से बीजेपी सांसद गौतम गंभीर ने लिखा, 'लगभग पूरी दिल्ली को एकदम खोल देना दिल्लीवालों का डेथ वॉरंट साबित हो सकता है। मैं दिल्ली सरकार से गुजारिश करता हूं कि इस फैसले पर बार-बार सोचें। एक गलत कदम और सब खत्म हो जाएगा।'



वहीं बीजेपी सांसद विजय गोयल ने लिखा कि केजरीवाल को दिल्ली को बर्बाद करने से रोकना चाहिए। दूसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा, 'एक तरफ केंद्र सरकार जी जान से लॉकडाउन के जरिए से कोरोना को रोकने में लगी है। दूसरी तरफ हमारे दिल्ली के मुख्यमंत्री को लॉकडाउन में इतनी चीजें खोलने की जल्दी क्या थी? धीरे धीरे कर के खोलते तो ज्यादा अच्छा था जिस तरह से घोषणाएं की गई है डर है कि दिल्ली वुहान न बन जाए।'


इनके अलावा कुछ ट्विटर यूजर्स ऐसे थे जिन्होंने कहा कि दिल्ली अब इटली बन जाएगा जहां कोरोना से अबतक 32,007 मौत हो चुकी हैं। कुछ यूजर्स इसपर भी सवाल उठा रहे हैं कि ऑटो, कैब या बस ड्राइवर बार-बार वीइकल को सैनिटाइज कैसे करेगा। दरअसल, सीएम अरविंद केजरीवाल ने बस, ऑटो आदि को चलने की इजाजत तो दी है लेकिन कहा है कि हर सवारी के उतरने के बाद उस सीट को सैनिटाइज करने की जिम्मेदारी ड्राइवर या स्टाफ की होगी जो थोड़ा मुश्किल तो है।