जयपुर,। परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास ने कहा कि मोदी सरकार का एक साल भय, भूख, भ्रष्टाचार, महंगाई और वादाखिलाफी की भेंट चढ़ गया।
खाचरियावास ने कहा कि इस एक वर्ष में सभी वस्तुओं के दाम बढ़ गये, पेट्रोल-डीजल आज तक के सबसे महंगे स्तर पर पहुंच गया, लगातार अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑयल सस्ता होने के बावजूद एक्साईज डयूटी बढ़ाकर केन्द्र सरकार ने पेट्रोल-डीजल को सस्ता नहीं होने दिया। इस वक्त पूरे देष में बेरोजगारी, भूख और भ्रष्टाचार का बोलबाला है। सभी वस्तुओं के दाम बढ़ गये हैं, जनता की सुनने वाला कोई नहीं है। केन्द्र सरकार के नेताओं और प्रधानमंत्री की जनता से बहुत ज्यादा दूरियां हो गई हैं। यही कारण है कि कोरोना संकट के समय भी केन्द्र सरकार 20 लाख करोड़ के बड़े पैकेज का हल्ला बोलती रही, लेकिन 20 लाख करोड़ में से 20 हजार करोड़ भी सरकार जमीन पर नहीं उतार पाई। यही कारण है कि पूरे देष में करोड़ो मजदूर अपने घरों के लिये पैदल निकल पड़े, सैकडों मजदूरांे की भूख, और परेषानी से मौत हो चुकी है लेकिन सरकार में प्रधानमंत्री सहित किसी भी मंत्री का मजदूरों को लेकर कोई स्पष्ट बयान सामने नहीं आने से स्पष्ट हो गया है कि केन्द्र की भाजपा सरकार बहुमत के घमण्ड में चूर है। स्वयं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी भारत की चिंता करने की बजाय अन्तर्राष्ट्रीय मंचों पर स्वयं की छवि बनाने में लगे हुये हैं, यही कारण है कि केन्द्र सरकार की कोई भी जनहित योजना इस एक वर्ष में जमीन पर नहीं उतरी है। केन्द्र सरकार जनता को रिलीफ देने की योजनाओं को जमीन पर उतारने की बजाय प्रोपरगण्डे और अफवाह फैलाकर अपनी राजनीति चमकाने में विष्वास रखती है।
खाचरियावास ने कहा कि केन्द्र की भाजपा सरकार ने देष की जनता की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। यह वही सरकार है जिसने लोगों के भ्रष्टाचार मिटाने की बात कही थी, लेकिन विजय माल्या, नीरव मोदी और मेहुल चौकसी जैसे अनेक उद्योगपतियों के 68 हजार करोड़ के कर्जे माफ करके सरकार ने अपनी साख खत्म कर ली है।
मोदी सरकार का एक वर्ष महंगाई, भूख, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा-खाचरियावास