पीएनबी घोटाले पर कानून मंत्री / रविशंकर प्रसाद बोले- कांग्रेस भगोड़े नीरव मोदी को बचा रही


नई दिल्ली. पीएनबी घोटाले के आरोपी नीरव मोदी को लेकर भाजपा ने कांग्रेस पर निशाना साधा है। कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा है कि कांग्रेस नीरव को बचाने की पूरी कोशिश कर रही है। प्रसाद ने हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज अभय थिप्से के नीरव के पक्ष में बयान का जिक्र किया है। थिप्से कांग्रेस के सदस्य भी हैं। रविशंकर प्रसाद के मुताबिक थिप्से ने बयान दिया कि ''सीबीआई ने नीरव पर जो आरोप लगाए हैं वे भारतीय कानून के आगे नहीं टिक पाएंगे''


रविशंकर प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस शुरू से नीरव मोद और मेहुल चौकसी जैसे भगोड़ों को बचाने में जुटी है। अब उनके नेता और पूर्व जज भगोड़ों के समर्थन में बयान देकर लंदन कोर्ट में चल रही सुनवाई को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं।


थिप्से ने कहा- नीरव का मामला धोखाधड़ी का नहीं


अभय थिप्से ने नीरव के बचाव में कहा, 'अगर लेटर ऑफ अंडरटेकिंग (एलओयूए) जारी होने से किसी के साथ धोखा नहीं हुआ है तो किसी कॉर्पोरेट बॉडी के साथ धोखाधड़ी का सवाल ही नहीं उठता। बैंक के अधिकारियों को एलओयू जारी करने का अधिकार दिया गया है, लेकिन उसे प्रॉपर्टी नहीं कहा जा सकता। इसलिए इस मामले को धोखाधड़ी नहीं मान सकते।


नीरव भगोड़ा आर्थिक अपराधी


प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) कोर्ट नीरव मोदी को भगोड़ा आर्थिक अपराधी घोषित कर चुका है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने नीरव के खिलाफ याचिका दायर की थी। भगोड़ा आर्थिक अपराधी कानून के तहत नीरव देश का दूसरा भगोड़ा घोषित हुआ है। जनवरी में पीएमएलए कोर्ट ने शराब कारोबारी विजय माल्या को भगोड़ा घोषित किया था।
नीरव 14 महीने से लंदन की जेल में है
13 हजार 700 करोड़ रुपए के पीएनबी घोटाले का आरोपी नीरव लंदन की वांड्सवर्थ जेल में है। भारत की अपील पर प्रत्यर्पण वारंट जारी होने के बाद लंदन पुलिस ने पिछले साल 19 मार्च को उसे गिरफ्तार किया था। उसकी जमानत अर्जी 5 बार खारिज हो चुकी। भारतीय एजेंसियां उसके प्रत्यर्पण की कोशिश में जुटी हैं। लंदन की एक अदालत में इस मामले की सुनवाई चल रही है। बुधवार को भारत सरकार ने अदालत में सबूतों के तौर पर कई दस्तावेज जमा किए। डिस्ट्रिक्ट जज सैमुअल गूजी ने दस्तावेज देरी से जमा किए जाने पर चिंता जताई, लेकिन आवेदन पर विचार करने के लिए सहमति जता दी। इन दस्तावेजों में ज्यादातर नीरव की कंपनियों से जुड़े बैंक दस्तावेज हैं।