पेट्रोल और डीजल की कीमतों को बढ़ाना आर्थिक रूप से देश विरोधी हैः कांग्रेस


नई दिल्ली
कोरोना काल के बीच केंद्र सरकार की ओर से पेट्रोल और डीजल (petrol price increased in india) पर टैक्स बढ़ा दिया है। केंद्र सरकार के इस फैसले से विपक्षी दल कांगेस ने मोदी सरकार पर सीधा निशाना साधा है। कांग्रेस ने बुधवार को कहा कि पेट्रोल और डीजल पर करों को बढ़ाकर भारतीयों पर 1.4 लाख करोड़ रुपये के अतिरिक्त टैक्स का बोझ बढ़ाया गया है। यह फैसला आर्थिक रूप से देश विरोधी है। कांगेस ने इस राजस्व का 75 प्रतिशत राज्यों के साथ साझा करने का आग्रह किया ताकि लोगों पर बोझ न पड़े।
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि जब पूरा देश COVID-19 महामारी से जूझ रहा है। देश में गरीब, प्रवासी, दुकानदार और छोटे व्यापारी आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं। ऐसे में केंद्र सरकार की ओर से 130 करोड़ भारतीयों पर पेट्रोल और डीजल की बढ़ी कीमतों का बोझ भी डाल दिया गया है।



बुधवार को विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उन्होंने पत्रकारों से कहा, इस तरह से भारतीयों पर आर्थिक बोझ डालना आर्थिक रूप से देश विरोधी है। उन्होंने कहा कि इस संकटकाल में सरकार को देश की जनता पर अतिरिक्त करों का बोझ नहीं डालना चाहिए।


देश की आर्थिक स्थिति पहले से ही चौपट है। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों की चर्चा हुई है। जहां पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस नेता राहुल गांधी के अलावा सभी ने गहरी चिंता व्यक्त की।