राजगढ़ थानाप्रभारी विष्णुदत्त विश्नोई नेसरकारी क्वार्टर में खुदकुशी की, परिचित को चेटिंग में लिखा- मुझे गंदी राजनीति में फंसाने की साजिश


चुरु. जिले में राजगढ़ थानाप्रभारी विष्णुदत्त विश्नोई ने शनिवार अलसुबह अपने सरकारी क्वार्टर में फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली। सुबह काफी देर तक क्वार्टर से बाहर नहीं आने पर स्टॉफ ने दरवाजा खोलकर देखा तो पुलिस इंस्पेक्टर विष्णुदत्त के खुदकुशी करने की बात सामने आई। इस बीच घटना का पता चलने पर चुरु एसपी तेजस्विनी गौतम सहित आला अधिकारी और एफएसएल टीम मौके पर पहुंची। इसके बाद बीकानेर के रेंज आईजी जोस मोहन भी राजगढ़ के लिए रवाना हो गए। मौका मुआयना करने के बाद शव को अस्पताल ले जाया गया। जहां पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया। पुलिस को घटनास्थल से एक सुसाइड नोट भी मिला है। जिसकी जांच की जा रही है।


सोशल एक्टिविस्ट से चेटिंग में कहा-अफसर कमजोर है, मुझे गंदी राजनीति में फंसाने की कोशिश हो रही है


खुदकुशी करने से पहले थानाप्रभारी ने एक सुसाइड नोट लिखा था। प्रारंभिक जानकारी में सामने आया है कि इसमें किसी के नाम का जिक्र नहीं है।इसके अलावा यह भी पता चला है कि खुदकुशी से एक दिन पहले इंस्पेक्टर विष्णु दत्त ने अपने परिचित सोशल एक्टिविस्ट से व्हाट्सएप पर चेटिंग की थी। जिसमें लिखा था राजगढ़ में उन्हें गंदी राजनीति के भंवर में फंसाने की कोशिश हो रही है। ऐसे में वह अब स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के लिए आवेदन करने वाले है। यहां के ऑफिसर बहुत कमजोर है। इस व्हाट्सएप चेटिंग के स्क्रीन शॉट भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गए।  मामले में डीजीपी भूपेंद्र सिंह का कहना है कि इसकी जांच करवाई जाएगी। डीजीपी भूपेंद्र सिंह ने कहा कि विष्णुदत्त एक अच्छे अफसर थे। हर कोई अधिकारी उन्हें अपनी टीम में लेना चाहता था। 


थानाप्रभारी की सुसाइड से आक्रोशित लोगों ने कांग्रेस विधायक के खिलाफ नारेबाजी की


वहीं, थानाप्रभारी विष्णुदत्त की खुदकुशी का समाचार सुनकर स्थानीय लोगों में आक्रोश व्याप्त हो गया। वे थाने के सामने इकट्‌ठा होकर एक स्थानीय कांग्रेस विधायक के खिलाफ नारेबाजी शुरु कर दी। वे विष्णुदत्त अमर रहे और विष्णुदत्त को न्याय दिलाओ के नारे लगाने लगे। बताया जा रहा है कि चुरु जिले के सादुलपुर में राजेंद्र गढ़वाल की अज्ञात बदमाशों ने गैंगवार में गोली मारकर हत्या कर दी थी। जिसमें वे शुक्रवार रात तक गैंगवार का खुलासा कर हत्या के केस में अनुसंधान में जुटे हुए थे। स्टॉफ के मुताबिक शुक्रवार देर रात वे थाना परिसर में बने क्वार्टर में पहुंचे। वहां फंदा लगाकर जान दे दी।
शुक्रवार तक चुरु जिले में गैंगवार में हुई हत्या की वारदात के अनुसंधान में जुटे हुए थे पुलिस इंस्पेक्टर विष्णुदत्त विश्नोई, कुछ घंटों बाद खुदकुशी कर ली


सोशल मीडिया पर हजारों फॉलोवर, महकमे में एक तेज तर्रार व ईमानदार अफसर की छवि


विष्णुदत्त एक तेज तर्रार अफसर थे। पुलिस महकमे में सामाजिक नवाचारों को लेकर उनकी कार्यप्रणाली खासी चर्चाओं में रहती थी। उनकी लोकप्रियता का इसी से पता चलता है कि सोशल मीडिया पर उनके हजारों की संख्या में फॉलोवर थे। इस पर वे पुलिस व पब्लिक के बीच न्याय स्तंभ का काम चलाते थे। इस महकमे में विष्णुदत्त की एक ईमानदार छवि थी। वे करीब 13 थानों की कायापलट कर चुके थे। वे मूल रुप से रायसिंहनगर, हनुमानगढ़ के रहने वाले थे। वर्ष 1997 में पुलिस विभाग में सबइंस्पेक्टर भर्ती हुए थे। उनके चाचा सुभाष विश्नोई भी एडिशनल एसपी रहे है।