राजस्थान -जिन जिलों में कोरोना टेस्टिंग की सुविधा उपलब्ध नहीं है, वहां जल्द ही लैब स्थापित की जाएंगी: सीएम गहलोत



जेएनयू में वीसी के जरिए नई कोविड-19 मॉलिक्यूलर लेबोरेटरी का उद्घाटन करते हुए सीएम अशाेक गहलोत


जयपुर. प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को मुख्यमंत्री निवास से वीडियो कॉन्फ्रेंस माध्यम से जेएनयू हॉस्पिटल में स्थापित नई कोविड-19 मॉलिक्यूलर लेबोरेटरी का उद्घाटन किया। जिसमें उन्होंने कोरोना संक्रमण को देखते हुए एक अहम बात कहते हुए घोषणा की कि प्रदेश के जिन जिलों में कोरोना टेस्टिंग की सुविधा उपलब्ध नहीं है, वहां शीघ्र ही लैब स्थापित की जाएंगी और इससे कोरोना टेस्टिंग की क्षमता भी बढ़ जाएगी। फिलहाल प्रदेश में प्रतिदिन 16,250 टेस्ट किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि काफी कम समय में यह उपलब्धि हासिल हुई है, इसके लिए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग बधाई दी।


मुख्यमंत्री ने कहा कि महात्मा गांधी हॉस्पिटल के बाद अब जेएनयू हॉस्पिटल में यह लैब स्थापित होने से कोरोना टेस्ट के रिजल्ट जल्दी मिल सकेंगे और टेस्टिंग क्षमता भी बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार चिकित्सा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में इन्फ्रास्ट्रक्चर मजबूत कर रही है। आईसीयू बैड एवं वेन्टीलेटर्स की उपलब्धता बढ़ाई जा रही है। गहलोत ने कहा कि कोविड-19 महामारी के खिलाफ हमारी जंग में निजी हॉस्पिटल्स एवं मेडिकल कॉलेज भी अच्छा कार्य कर रहे हैं। उन्होंने नई कोविड-19 लैब स्थापित करने के लिए जेएनयू हॉस्पिटल को बधाई दी और उम्मीद जताई कि इससे कोरोना टेस्ट की संख्या बढ़ाने में मदद मिलेगी।  


एक वक्त में 384 सैंपल टेस्ट हो सकेंगे: चेयरपर्सन डॉ. संदीप बक्शी


जयपुर नेशनल यूनिवर्सिटी के चेयरपर्सन डॉ. संदीप बक्शी ने बताया कि इस लैब की स्थापना में राज्य सरकार से अपेक्षित सहयोग मिला। उन्होंने बताया कि कोविड-19 मॉलिक्यूलर लैब में एक समय में 384 सैम्पल टेस्ट किए जा सकेंगे। उन्होंने लैब में उपलब्ध सुविधाओं की वर्चुअल ट्यूर के माध्यम से जानकारी दी। वीसी के दौरान मुख्यमंत्री के साथ चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य राज्य मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग, मुख्य सचिव डीबी गुप्ता, अति. मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य रोहित कुमार सिंह, शासन सचिव चिकित्सा शिक्षा वैभव गालरिया सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि कोविड-19 महामारी को शुरूआत में ही गंभीरता से लेते हुए राजस्थान सरकार ने योजनाबद्ध तरीके से संक्रमण रोकने की दिशा में प्रयास किए। हमारी सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की तारीफ केन्द्र सरकार ने भी की।