भरतपुर. हाइवे पर पैदल चल रहे प्रवासी श्रमिकों को उनके घर तक पहुंचाने के लिए कांग्रेस द्वारा प्राइवेट बसें उप्लब्ध करवाने और उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा उसे राज्य में एंट्री नहीं देने का विवाद गहराता जा रहा है। बुधवार को राजस्थान के उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा कि अगर कांग्रेस लोगों के लिए खाना और बस उप्लब्ध करवा रही है तो सभी सरकारों को उसका स्वागत करना चाहिए। बॉर्डर पर परमिशन नहीं दी जा रही। नेताओं को गिरफ्तार किया जा रहा है। इस तरह की राजनीति क्या उचित है? यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि यूपी सरकार बसों को अनुमति नहीं दे रही है।
सचिन पायलट ने कहा कि प्रवासी मजदूरों को उनके घर तक पहुंचाने के प्रयासों में लगे यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार और कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव विवेक बंसल की गिरफ्तारी निंदनीय है। इसके बजाय यूपी सरकार बसों को अनुमति दे, ताकि बेसहारा श्रमिक अपने घर पहुंच सकें।
गौरतलब है कि बुधवार को कांग्रेस के नेता मंगलवार को जयपुर-आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित ऊंचा नगला बॉर्डर पर बड़ी संख्या में प्राइवेट बसें लेकर पहुंच गए थे। योगी आदित्यनाथ की सरकार ने इन बसों को उत्तर प्रदेश में नहीं घुसने दिया। इससे नाराज कांग्रेस नेता वहीं धरने पर बैठ गए और करीब 3 किमी लंबा जाम लगा दिया। इस पर यूपी पुलिस ने अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव विवेक बंसल और यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। इनके खिलाफ फतेहपुर सीकरी थाने में लॉकडाउन के उल्लंघन का मामला दर्ज किया गया है।
एआईसीसी सचिव जुबेर खान ने बताया कि कांग्रेस की सूची में एंबुलेंस, कार, स्कूटर आदि के नंबर होने की बात गलत है। एआईसीसी सचिव जुबेर खान ने बताया कि कांग्रेस सिर्फ मजदूरों की मदद करना चाहती है। हम मदद में राजनीति नहीं करना चाहते, इसीलिए किसी भी बस पर कांग्रेस पार्टी का झंडा नहीं लगा है। यूपी सरकार ने पहले खुद चिट्ठी देकर कहा था कि हम प्रवासियों की मदद के लिए बसें लेने को तैयार हैं।