स्पेशल ट्रेन के यात्रीगण ध्यान दें, स्टेशन पर उतरते ही होगी असली 'परीक्षा'!


नई दिल्ली
देश में कोरोना महामारी के कारण करीब डेढ़ महीने के बाद आज से यात्री ट्रेनें पटरी पर दौड़ेंगी। नई दिल्ली स्टेशन से देश के विभिन्न हिस्सों के लिए जाने वाली इन ट्रेनों के लिए के लिए सारी गाइडलाइंस गृह मंत्रालय और रेल मंत्रालय ने जारी किए हैं। ऐसे मे इन यात्रियों की असल परीक्षा तो गंतव्य पर पहुंचने के बाद होनी है। यात्रियों को संबंधित राज्यों के हेल्थ प्रोटोकॉल को मानना होगा। लगभग सभी राज्य बाहर से आने वाले यात्रियों को क्वारंटीन सेंटर भेज रहे हैं। ऐसे में स्पेशल ट्रेन के यात्रियों को भी राज्यों के ये नियम मानने होंगे।

रेल मंत्रालय का ट्वीट, करना होगा राज्यों के प्रोटोकॉल का पालन
रेल मंत्रालय ने एक ट्वीट कर साफ किया है कि इन ट्रेनों के गंतव्य पर पहुंचने के बाद इसके यात्रियों को संबंधित राज्यों के हेल्थ प्रोटोकॉल का पालन करना होगा। मंत्रालय ने ट्वीट कर साथ ही यात्रा करने वालों को सलाह दी है कि ऐसे सभी पैसेंजर गंतव्य राज्यों के नियमों को जान लें।


श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के यात्रियों को किया जाता है क्वांरटीन
बता दें कि श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से घर लौटने वाले मजदूरों को की भी हेल्थ जांच के बाद ही ट्रेन में चढ़ने की अनुमति होती है। इसके अलावा जिन राज्यों में वे पहुंचते हैं, वहां से उन्हें राज्य परिवहन के बसों से क्वांरटीन सेंटर में 21 दिन रहना होता है। 
स्पेशल ट्रेन के यात्रियों को भी रहना पड़ेगा क्वांरटीन!
ऐसे में रेल मंत्रालय के ट्वीट से साफ है कि स्पेशल ट्रेनों से यात्रा करने वाले लोगों को भी संबंधित राज्यों में क्वारंटीन सेंटर में रहना पड़ सकता है। बिहार, यूपी जैसे राज्य श्रमिक स्पेशल से आने वाले मजदूरों को तय समय तक क्वांरटीन कर रहे हैं। यानी इन राज्यों में स्पेशल ट्रेन से पहुंचने वाले यात्रियों को भी क्वारंटीन किया जा सकता है।


यात्रियों के लिए हेल्थ गाइडलाइंस
गृह मंत्रालय के गाइडलाइंस के अनुसार, यात्रा करने वाले लोगों को मास्क पहनना और हेल्थ जांच कराना होगा। यात्रा से 90 मिनट पहले पैसेंजर को स्टेशन पर पहुंचना होगा। उन्हें की यात्रा करने का अनुमति दी जाएगी जिनमें कोरोना संक्रमण के कोई लक्षण नजर नहीं आएंगे।