वॉशिंगटन
जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद अश्वेतों का प्रदर्शन उग्र होता जा रहा है। अमेरिका के 30 शहर हिंसा की आग में झुलस रहे हैं। इसकी आंच रविवार को वाइट हाउस तक पहुंच गई। वाइट हाउस के पास मामला इतना बिगड़ गया कि सीक्रेट सर्विस एजेंट्स राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को वाइट हाउस में बने सुरक्षात्मक बंकर में लेकर चले गए। वहीं, वाशिंगटन में रात को कर्फ्यू का ऐलान करना पड़ा। राजधानी में पुलिस की सहायता के लिए मेयर ने नेशनल गार्ड्स के तैनाती की मंजूरी दे दी है।
ट्रंप ने दंगों के लिएएंटीफा को बताया जिम्मेदार
ट्रंप ने आरोप लगाया है कि George के लिए शुरू हुए आंदोलन को हाइजैक कर लिया गया है और अब उन्होंने ऐसे लोगों को आतंकवादी घोषित करने का फैसला किया है। ट्रंप ने ट्वीट करके कहा है कि अमेरिका Antifa को आतंकवादी संगठन करार देगा। ट्रंप ने हिंसा के पीछे वामपंथी संगठनों को जिम्मेदार ठहराया है जिन्हें आमतौर पर Antifa कहा जाता है।
क्या है एंटीफा
दरअसल, अमेरिका में फासीवाद के विरोधी लोगों को एंटीफा कहते हैं। अमेरिका मेंएंटीफा आंदोलन उग्रवादी, वामपंथी और फासीवादी विरोधी आंदोलन के लिए इस्तेमाल किया जाता है। ये लोग नव-नाजी, नव-फासीवाद, श्वेत सुपीरियॉरिटी और रंगभेद के खिलाफ होते हैं और सरकार के विरोध में खड़े रहते हैं। इस आंदोलन से जुड़े लोग आमतौर पर शांतिपूर्ण प्रदर्शन करते हैं, रैलियां करते हैं। हालांकि, विरोध के दौरान हिंसा के भी परहेज नहीं किया जाता है।
कब बना यह संगठन
एंटीफा के गठन को लेकर कोई आधिकारिक जानकारी नहीं है। इससे जुड़े सदस्य दावा करते हैं कि इसका गठन 1920 और 1930 के दशक में यूरोपीय फासीवादियों का सामना करने के लिए किया गया था। हालांकि एंटीफा की गतिविधियों पर नजर रखने वाले जानकार बताते हैं कि एंटीफा आंदोलन 1980 के दशक में एंटी-रेसिस्ट एक्शन नामक एक समूह के साथ शुरू हुआ था। 2000 तक यह आंदोलन एकदम सुस्त था लेकिन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सत्ता संभालने के बाद इसने रफ्तार पकड़ी है।
वाइट हाउस तक पहुंची विरोध की 'आग', अमेरिका के 25 शहरों में कर्फ्यू
Antifa के सदस्य कौन हैं
अमेरिका में एंटीफा के सदस्यों की पहचान करना मुश्किल है, क्योंकि इनमें से अधिकतर लोग पुलिस कार्रवाई के कारण सार्वजनिक खुलासा नहीं करते हैं। इनका कोई आधिकारिक नेता भी नहीं है। कहीं भी जब कोई रंगभेद से संबंधित विरोध प्रदर्शन का मामला आता है तो इसके सदस्य चुपचाप उस स्थान पर आंदोलन करने पहुंच जाते हैं। ये लोग अधिकतर काले कपड़े पहने होते हैं। प्रदर्शन के दौरान एंटीफा के सदस्य हिंसात्मक गतिविधियों में भी शामिल होते हैं।
एंटीफा किसके विरोध में हैं?
एंटीफा के सदस्य नव-नाजीवाद, नव-फासीवाद , श्वेत वर्चस्ववादी और नस्लवाद का खुलकर विरोध करते हैं। इसके सदस्य दक्षिणपंथी नेताओं और विचारधारा का भी खुलकर विरोध करते हैं। दक्षिणपंथी कार्यकर्ता या नेताओं को रोकने के लिए चिल्लाना, भगदड़ मचाना और मानव श्रृंखला बनाना इनकी पसंदीदा रणनीति है। जब ये रणनीतिया कामयाब नहीं होता है तब यह हिंसा और आगजनी का सहारा लेते हैं।