भरतपुर. अपने ही निजी हॉस्पिटल में काम करने वाली रिसेप्शनिस्ट के साथ डॉक्टर पति के अफेयर का बदला लेने के लिए डॉक्टर पत्नी ने प्रेमिका और उसके छह साल के बच्चे को घर में आग लगाकर मार डाला। पुलिस हिरासत में पूछताछ में डॉक्टर सुदीप गुप्ता की पत्नी आरोपी डॉक्टर सीमा गुप्ता ने खुलासा किया कि भरतपुर की सूर्या सिटी जैसी पॉश कॉलोनी में उन्होंने एक विला (मकान) खरीदा था।
करीब नौ-दस माह पहले डॉक्टर सीमा के पति डॉक्टर सुदीप गुप्ता ने अपनी कथित प्रेमिका दीपा गुर्जर को लाखों रूपए कीमत का यह विला रहने को दे दिया। जिसमें अत्याधुनिक फर्नीचर व अन्य सामान लगवाया था। कथित प्रेमिका दीपा गुर्जर अपने छह साल के बेटे शौर्य के साथ रह रही थी। डॉक्टर सीमा ने प्रारंभिक पूछताछ में बताया कि उनके पति सुदीप ने यह जानकारी उनसे छिपाकर रखी।
विला के बारे में पूछने पर बताया कि एक बैंक मैनेजर को उनके परिवार के साथ रहने के लिए विला किराए पर दे दिया है। हाल ही 1 नवंबर को विला में दीपा गुर्जर ने सैलून की ओपनिंग की। जिसके निमंत्रण कार्ड में डॉक्टर सुदीप का नाम छपा था। इसकी जानकारी मिलने पर सीमा को पता चला कि विला में बैंक मैनेजर नहीं बल्कि पिछले करीब नौ-दस माह से दीपा गुर्जर रह रही है। उनके पति डॉ. सुदीप ने ही दीपा को विला रहने को दिया था।
इससे उनकी पत्नी डॉक्टर सीमा गुप्ता ने आपा खो दिया। उसने दीपा को सबक सिखाने की ठान ली। वह अपनी सास को लेकर गुरूवार शाम को सूर्या सिटी अपने विला पहुंची। वहां मौजूद दीपा गुर्जर से आपसी कहासुनी के बाद डॉक्टर सीमा ने उससे हाथापाई कर दी। इसके बाद तैश में आकर दीपा और उसके बेटे शौर्य को रसोई में बंद कर बाहर से कुंदी लगा दी। इसके बाद स्प्रिट छिड़ककर घर में आग लगा दी। इसके लिए सीमा ने घर के फर्नीचर, पर्दों व अन्य सामान पर स्प्रिट छिड़का था। इससे आग तेजी से फैल गई।
रसोईघर में बंद दीपा ने डॉक्टर सुदीप को भी किया था फोन
भरतपुर शहर के ही आरबीएम हॉस्पिटल में डॉक्टर सुदीप ने पूछताछ में बताया कि वह दोपहर में कोर्ट में एविडेंस पर गए थे। जहां उन्हें दीपा गुर्जर का फोन आया। उसने बताया कि उनकी पत्नी डॉक्टर सीमा व मां उनके विला पर पहुंच गई है। वे झगड़ा कर रही है और दीपा को रसोईघर में बंद कर दिया है।
यह कहकर दीपा ने सुदीप को तत्काल वहां बुलाया। इसके बाद डॉ. सुदीप ने अपनी पत्नी सीमा से मोबाइल पर बातचीत की। तब सीमा ने खुद के वहीं होने की बात कही। इसी बीच रसोइघर में बंद दीपा ने अपने भाई अनुज को फोन किया। वहीं, डॉक्टर सुदीप के मुताबिक दीपा व सीमा से मोबाइल फोन पर बातचीत के बाद वे तत्काल कोर्ट से सूर्या सिटी अपने विला पर पहुंचे। तब वहां आग की लपटें उठ रही थी।
पड़ौसियों ने बताया- घटना के दिन भी सुबह विला आकर गए थे डॉक्टर सुदीप
सूर्या सिटी कॉलोनी में रहने वाले लोगों से बातचीत के आधार पर सामने आया कि डॉक्टर सुदीप अक्सर सुबह व शाम के वक्त विला पर दीपा से मिलने आया करते थे। वे कभी कभार काफी वक्त यहां बिताया करते थे तो कभी जल्द आकर चले जाया करते थे। लोगों ने पूछताछ में बताया कि घटना के दिन गुरूवार को सुबह भी डॉक्टर सुदीप अपने विला पर आए थे। वे यहां दीपा से मिले और कुछ देर बाद चले गए।
हॉस्पिटल में रिसेप्शनिस्ट के दौरान हुई थी दीपा और डॉक्टर सुदीप की मुलाकात
पुलिस पूछताछ में सामने आया कि मृतका दीपा गुर्जर के पति से अलगाव के बाद भरतपुर आ गई थी। करीब चार पांच साल पहले दीपा ने यहां डॉक्टर सीता गुप्ता द्वारा संचालित श्रीराम हॉस्पिटल में बतौर रिसेप्शिनिस्ट नौकरी करना शुरु कर दिया। इसी दौरान डॉ. सीमा के पति डॉ. सुदीप और रिसेप्शनिस्ट दीपा से मुलाकात हुई। उनके बीच नजदीकियां बढ़ने लगी।
इन संबंधों की भनक डॉ. सीमा को लगी। अवैध प्रेम संबंधों का संदेह होने पर डॉ सीमा ने दीपा को नौकरी से निकाल दिया था। सीमा ने दीपा को हिदायत भी दी थी कि वह उनके पति डॉ. सुदीप से दूर रहे। उनसे मेल मिलाप नहीं रखे। लेकिन फिर भी डॉ. सुदीप व दीपा की मुलाकात जारी रही।
मां व बेटे के शव का हुआ पोस्टमार्टम, डॉक्टर दंपती व मां के खिलाफ केस
शुक्रवार को कोतवाली थाना पुलिस ने मृतका दीपा व उसके बेटे शौर्य का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया। इसके बाद दोनों शवों को दीपा के भाई अनुज को सौंप दिया। इसके बाद उनका दाह संस्कार कर दिया गया। वहीं, जानकारी के अनुसार दीपा की बहन राधा ने कोतवाली थाने में डॉ. सुदीप गुप्ता, उनकी पत्नी डॉक्टर सीमा व उनकी बुजुर्ग मां के खिलाफ हत्या का केस दर्ज करवाया है। पुलिस ने डॉ. सीमा व उनकी सास को गिरफ्तार कर लिया है। डॉम् सुदीप से पूछताछ जारी है।