25 साल बाद गिरफ्त में आया-दोस्तों के साथ गहने और नकदी चोरी कर फरार हुआ था


जयपुर. शहर की गलतागेट थाना पुलिस ने एक बेकरी शॉप से 25 साल पुराने एक चोरी के मामले में वांछित चल रहे आरोपी को गिरफ्तार किया है। साल 1995 में आरोपी ने दोस्तों के साथ चोरी की घटना को अंजाम दिया था। इसके बाद नकदी और जेवर लेकर फरार हो गया था। पुलिस ने उस पर 2 हजार रुपए इनाम भी रखा था। 


डीसीपी नार्थ डॉ. राजीव पचार ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी साने आलम (48) निवासी यादवों का मोहल्ला, शिकोहाबाद उत्तरप्रदेश का रहने वाला है। वह राजस्थान के कोटा जिले में गांधी नगर डीसीएम, उद्योग नगर में फरारी काट रहा था। यहां टेलरिंग की दुकान करता था। वह शादीशुदा है और उसके 7 बच्चे हैं।


जिस बेकरी में काम करता था, उसी में दाेस्तों के साथ चोरी की


डीसीपी पचार के मुताबिक, 27 अप्रैल 1995 में मूलरूप से उत्तरप्रदेश निवासी और यहां सैयद कॉलोनी गलतागेट थाना क्षेत्र निवासी जाफर अली ने केस दर्ज करवाया था कि वह बैकरी की दुकान करता है। वह परिवार के साथ गांव गया था, तब बेकरी पर काम करने वाले उसी के गांव के माजिद और इस्तयाक ने अपने दोस्त साने आलम के साथ मिलकर जाफर अली के घर से नकदी और जेवर चोरी कर लिए। पुलिस ने माजिद और इस्तयाक को गिरफ्तार कर लिया था।


एसपी नॉर्थ ने 2 हजार रुपए का इनामी घोषित किया


पुलिस की मानें तो साने आलम का पिछले 25 सालों में पता नहीं चला। तब साने आलम पर इनाम घोषित किया। कोर्ट ने फरार घोषित किया। हाल ही फरार वारंटियों की तलाश के लिए एडिशनल डीसीपी सुमित गुप्ता के निर्देशन में अभियान चलाया गया। जिसमें गलतागेट थाना प्रभारी धर्मवीर सिंह के नेतृत्व में हैडकांस्टेबल शमशाद, हैडकांस्टेबल रामपाल, कांस्टेबल राजेश को साने आलम की तलाश में यूपी भेजा गया।


भाई से पूछताछ की तो उसने खुलासा किया


पुलिस टीम को पता चला कि परिवादी जाफर अली की मौत हो चुकी है। जबकि फरार आरोपी साने आलम की बहन जयपुर में रहती है। तब पुलिस टीम ने साले आलम के बारे में उसकी बहन से पता किया तो उसने इंकार कर दिया। इसके बाद पुलिस ने साने आलम के खोहनागोरियान इलाका निवासी भाई नूर मोहम्मद से गहनता से पूछताछ की तब उसने वांटेड साने आलम के कोटा में रहने का खुलासा किया। इस पर पुलिस टीम ने वहां पहुंचकर साने आलम को पकड़ा और उसे जयपुर ले आई।