टोंक. शनिवार सुबह डीजीपी भूपेंद्र यादव टोंक शहर का दौरा करने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने कोरोना प्रभावित इलाकों का जायजा लिया। साथ ही शुक्रवार को घायल हुए पुलिस कर्मियों से भी मुलाकात की। इस दौरान आईजी, कलेक्टर समेत तमाम अधिकारी मौजूद रहे। गौरतलब है कि शुक्रवार को शहर के मोहल्ला बावड़ी इलाके में पुलिस गश्ती दल पर हमला किया गया था। जिसमे तीन पुलिस कर्मी घायल हो गए।
इस दौरान डीजीपी ने कहा कि टोंक में व्यवस्था देखने पहुंचा हूं। अगर कहीं कोई कमी होतो मदद कर दें। पुलिस के जवानों के नाम यहीं संदेश है कि आपात स्थिति है। लंबी ड्यूटी है। धीरज न खोएं। हमारा आचरण सबसे अच्छा होना चाहिए। जो लोग परेशान हैं, उन्हे और परेशानी न हो। अगर कोई गलत हरकत करता है तो उसके लिए कानून बना है। वहीं लॉकडाउन में जो बीमार और परेशान है, उनकी भी समस्या समझनी चाहिए।
मोहल्ला बावड़ी में तीन पुलिस कर्मियों पर हमले के सवाल पर डीजीपी ने कहा कि 9 को गिरफ्तार भी किया गया है। वहीं 14 से 15 लोगों से पूछताछ की जा रही है। उनका घटना में रोल क्या है।
पुलिस गश्ती दल पर हुआ था हमला
शुक्रवार की सुबह पुलिस गश्त कर रही थी। इस दौरान बावड़ी मोहल्ला में कसाइयों की गली में पुलिस पर हमला किया गया। हमले में कांस्टेबल राजेन्द्र, भाग चंद और रामराज घायल हो गए जिनको इलाज के लिए अस्पताल टोंक में भर्ती कराया गया है। उन्होंने बताया कि गश्त के समय इलाके में कर्फ्यू होने के बावजूद आवागमन हो रहा था। जिस दौरान ही लोगो ने पुलिस गश्ती दल पर हमला हुआ है। पुलिस थाना कोतवाली टोंक में मामला दर्ज किया गया है।
कोरोना की चेन तोड़ने के लिए 6 अधिकारियों को सौंपी जिम्मेदारी
कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट केके शर्मा ने नगर परिषद क्षेत्र में कोविड-19 के संक्रमण की रोकथाम एवं कोरोना चेन तोड़ने के लिए कोरोना वार रूम के अधिकारियों के कार्य का विभाजन कर उन्हें जिम्मेदारियां सौंपी है। इसमें धारा 144 के आदेश की पालना एवं संक्रमित लोगो की पहचान, आईसोलेशन, सेम्पलिंग, रेफरल, क्वांटेराइन, सेेनिटाइजेशन एवं शहरवासियों के घर-घर राशन, सब्जी, दवा, दूध, गैस आदि की आपूर्ति सुनिश्चित करना शामिल है।