कोरोना केसों और मौतों में दूसरी सबसे तेज उछाल, टेंशन दे रहीं ये 5 बातें


नई दिल्‍ली
भारत में कोरोना वायरस से जुड़े आंकड़े डरा रहे हैं। बुधवार को 3,783 मामले सामने आए जो कि एक दिन में केसेज की दूसरी सबसे बड़ी संख्‍या है। इससे पहले, रविवार को 4,308 केस मिले थे। इस दौरान 140 लोगों की जान भी गई। मौतों का यह आंकड़ा भी एक दिन में अब तक का दूसरा सबसे बड़ा आंकड़ा है। बुधवार को इन नए केसेज के साथ ही भारत में COVID-19 के मामलों की संख्‍या 75 हजार का आंकड़ा पार कर गई। भारत दुनिया का 12वां ऐसा देश है जहां कोरोना के 75 हजार से ज्‍यादा मामले सामने आए हैं।
महाराष्‍ट्र सबसे बुरी तरह प्रभावित
देश में कोरोना के 78 हजार से ज्यादा मामले हो चुके हैं। अबतक ढाई हजार से ज्‍यादा लोगों की मौत हुई है। महाराष्‍ट्र में मामलों की संख्‍या 26 हजार को पार कर गई है। बुधवार को अकेले महाराष्‍ट्र से ही 1,495 नए मामले सामने आए। वहां 54 लोगों की मौत बुधवार को हुई। दिल्‍ली में भी बुधवार को 20 लोगों की मौत के साथ आंकड़ा 100 के बार पहुंच गया है। राष्‍ट्रीय राजधानी में बुधवार रात तक कोरोना के करीब 8 हजार केसेज थे। 
टेंशन दे रहीं ये बातें


- पिछले हफ्ते से शुरू हुई प्रवासी मजदूरों व अन्‍य की अपने-अपने राज्‍यों में वापसी से मामलों की संख्‍या बढ़ने लगी है। बुधवार को ओडिशा में 101 मामले सामने आए जिनमें से 90 बाहर से आए थे। बिहार में पिछले 9 दिन में मिले 404 केसेज में से करीब 390 दूसरे राज्‍यों से लौटे हैं।
-रेलवे ने स्‍पेशल ट्रेनें शुरू की हैं। इनमें आम नागरिक यात्रा कर सकते हैं। लोगों की एक राज्‍य से दूसरे राज्‍य में आवाजाही से कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा ज्‍यादा हो गया है। हालांकि, सफर के दौरान सोशल डिसटेंसिंग और हाइजीन फॉलो होनी है।
-कोरोना का हाई ग्रोथ रेट चैलेंज बना हुआ है। भारत में कोरोना 6.0% के रेट से कोरोना बढ़ रहा है। हमारा ग्रोथ रेट स्‍पेन, इटली, अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम से कम है। जहां मामले भारत के बराबर हैं, उनमें से कई देशों में कोरोना के नए केसेज आने की दर हमसे बहुत कम है। जैसे- पेरू, कनाडा।
-लॉकडाउन से शायद कोरोना कंट्रोल करने में हमें उतना फायदा नहीं हुआ। स्‍वीडन और साउथ कोरिया ने लॉकडाउन नहीं किया था। स्‍वीडन में केसेज 2.3% और साउथ कोरिया में 0.2% की दर से बढ़ रहे हैं। हालांकि अगर लॉकडाउन ना किया गया रहता तो भारत में अबतक कई लाख मामले होते।
-लॉकडाउन में धीरे-धीरे ढील दी जाने वाली है। इंटरस्‍टेट मूवमेंट शुरू हो ही चुका है। पब्लिक प्‍लेसेज खुलने पर केसेज और बढ़ेंगे।
क्‍या है पॉजिटिव आंकड़ा
देशव्‍यापी लॉकडाउन के 50 दिन हो चुके हैं। इस दौरान केसेज के डबल होने का टाइम बढ़ा है, रिकवरी रेट बेहतर हुआ है, मृत्‍यु-दर भी घटी है। अब कोरोना के मामले 12.6 दिन में डबल हो रहे हैं। लॉकडाउन से पहले डबलिंग रेट तीन दिन था। फैटलिटी रेट अब 3.2% है जबकि रिकवरी रेट 32.8 प्रतिशत हो गया है। भारत में 2 मई से 12 मई के बीच, प्रति मिलियन डेथ रेट 1.79 रहा है। साउथ कोरिया का डेथ रेट 5.02, जापान का 5.17 है। अमेरिका, ब्रिटेन, स्‍वीडन और कनाडा में कहीं ज्‍यादा तेज रफ्तार से जानें जा रही हैं।